BCCI सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट: श्रेयस अय्यर और ईशान किशन की वापसी, युवा खिलाड़ियों को मिला बड़ा मौका

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने 2024-25 के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट जारी कर दी है, जिसमें कई बड़े बदलाव हुए हैं। खासकर टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर और विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन की वापसी ने सुर्खियां बटोरी हैं। इसके अलावा, कुछ युवा खिलाड़ियों की किस्मत भी चमकी है, जिनमें विस्फोटक बल्लेबाज अभिषेक शर्मा का नाम भी शामिल है।
ग्रेड-ए प्लस में वही पुराने सितारे
सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट के ग्रेड-ए प्लस में कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस ग्रेड में चार खिलाड़ियों को जगह मिली है, जिनमें विराट कोहली, रोहित शर्मा, रवींद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह का नाम शामिल है। ये चारों खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े सितारे हैं, और उनकी निरंतर उत्कृष्टता को देखते हुए उन्हें इस ग्रेड में स्थान मिला है।
ग्रेड-ए में ये खिलाड़ी हैं शामिल
ग्रेड-ए में कुल 6 खिलाड़ी हैं, जिनमें मोहम्मद सिराज, मोहम्मद शमी, शुभमन गिल, हार्दिक पांड्या, केएल राहुल और ऋषभ पंत शामिल हैं। इन खिलाड़ियों ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी जबरदस्त प्रतिभा से भारतीय क्रिकेट में एक अहम स्थान बना लिया है, और यह ग्रेड उन्हें उनकी लगातार प्रदर्शन के आधार पर दिया गया है।
श्रेयस अय्यर और ईशान किशन की वापसी
हालांकि पिछली बार बीसीसीआई के आदेश को नजरअंदाज करने के कारण श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया गया था, लेकिन अब दोनों की वापसी हो गई है। श्रेयस अय्यर को इस बार ग्रेड-बी में जगह मिली है, जबकि ईशान किशन को ग्रेड-सी में शामिल किया गया है।
युवा खिलाड़ियों की सफलता
2024-25 के सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में कई युवा खिलाड़ियों को भी मौका मिला है, जिनमें वरुण चक्रवर्ती, अभिषेक शर्मा, रिंकू सिंह, आकाश दीप, तिलक वर्मा, रजत पाटीदार, मुकेश कुमार, शिवम दुबे जैसे नए चेहरों को जगह दी गई है। इन युवा खिलाड़ियों के लिए यह एक बड़ा मौका है, जिससे उनकी क्रिकेट यात्रा को और भी मजबूती मिलेगी। कुल मिलाकर, चारों ग्रेड में 34 खिलाड़ियों को सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट में जगह मिली है।
ग्रेड और सैलरी का विवरण
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A+ ग्रेड – 7 करोड़ रुपये सालाना
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A ग्रेड – 5 करोड़ रुपये सालाना
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B ग्रेड – 3 करोड़ रुपये सालाना
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C ग्रेड – 1 करोड़ रुपये सालाना
यह लिस्ट 1 अक्टूबर, 2024 से 30 सितंबर, 2025 तक लागू होगी, और इसमें भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए बड़े अवसरों का संकेत है।