इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ 2025: बुमराह नहीं, रोहित के नए डिप्टी की खोज में बीसीसीआई

आईपीएल 2025 जैसे-जैसे अपने अंतिम चरण में पहुंच रहा है, वैसे ही भारतीय क्रिकेट फैंस की निगाहें भारत की अगली बड़ी चुनौती — इंग्लैंड का टेस्ट दौरा — पर टिकने लगी हैं। यह बहुप्रतीक्षित दौरा 20 जून से शुरू होगा और इसके लिए टीम इंडिया की तैयारियां तेज़ हो चुकी हैं। हालांकि, 2024 के आखिरी तीन महीनों में टेस्ट क्रिकेट में भारत का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। टीम को न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ लगातार दो सीरीज़ में हार का सामना करना पड़ा।
बुमराह की चमक, लेकिन सीमित भूमिका
इस कठिन दौर में एक नाम जो उम्मीद की किरण बनकर सामने आया, वह था जसप्रीत बुमराह। 31 वर्षीय तेज़ गेंदबाज़ ने अपने कसी हुई लाइन-लेंथ और बेमिसाल स्विंग के दम पर भारत को मुश्किल परिस्थितियों में भी मुकाबले में बनाए रखा। बुमराह की फॉर्म को देखकर कई क्रिकेट विशेषज्ञ और फैंस यह कयास लगाने लगे कि क्या वह इंग्लैंड दौरे में टीम की अगुवाई कर सकते हैं या कम से कम उपकप्तान की भूमिका निभा सकते हैं?
लेकिन भारतीय टीम मैनेजमेंट और चयनकर्ताओं की सोच कुछ और ही नजर आ रही है।
उपकप्तानी को लेकर बड़ा संकेत
इंडियन एक्सप्रेस की एक हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, चयनकर्ता जसप्रीत बुमराह को इंग्लैंड सीरीज़ के लिए उपकप्तान बनाने को लेकर आश्वस्त नहीं हैं। इसका मुख्य कारण यह है कि बुमराह पूरे पांच टेस्ट मैच नहीं खेलेंगे। रिपोर्ट में एक सूत्र के हवाले से कहा गया:
“हम ऐसे खिलाड़ी को उपकप्तान बनाना चाहते हैं जो सभी पांच टेस्ट मैचों के लिए उपलब्ध हो। अगर बुमराह हर टेस्ट नहीं खेलते हैं, तो अलग-अलग मैचों के लिए अलग उपकप्तान बनाना सही नहीं होगा। हमें एक स्थायी कप्तान और उपकप्तान की जोड़ी चाहिए जो सभी मैचों में खेले,” – (स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस)
बीसीसीआई की रणनीति क्या कहती है?
इस बयान से यह स्पष्ट है कि चयनकर्ता अब ऐसे खिलाड़ी की तलाश में हैं जो न सिर्फ फिट और फॉर्म में हो, बल्कि निरंतर टीम का हिस्सा भी बना रहे। उपकप्तानी की भूमिका के लिए अब शुभमन गिल, केएल राहुल या श्रेयस अय्यर जैसे खिलाड़ियों के नाम चर्चा में आ सकते हैं, जो तकनीकी रूप से सक्षम हैं और इंग्लैंड जैसी परिस्थितियों में लंबी पारियां खेल सकते हैं।
रोहित शर्मा, जो इस समय टीम के कप्तान हैं, खुद भी उम्र के उस पड़ाव पर हैं जहां वर्कलोड मैनेजमेंट अहम हो जाता है। ऐसे में एक भरोसेमंद और लगातार खेलने वाला उपकप्तान उनकी मदद कर सकता है, खासकर पांच टेस्ट मैचों की लंबी सीरीज़ में।
जसप्रीत बुमराह का रोल फिर भी अहम
हालांकि उपकप्तानी की जिम्मेदारी उन्हें ना मिले, लेकिन बुमराह की भूमिका इस दौरे में बेहद अहम होगी। इंग्लैंड की परिस्थितियों में उनका रिवर्स स्विंग और नई गेंद पर नियंत्रण भारत के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।
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