MS Dhoni ने Ravichandran Ashwin की Bowling पर किया बड़ा खुलासा बताया क्यों किए गए बदलाव

चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने आईपीएल 2025 के मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ जीत के बाद रविचंद्रन अश्विन के बारे में बड़ा बयान दिया। धोनी ने माना कि अश्विन पर पावरप्ले में गेंदबाजी करने का अत्यधिक दबाव था, और यही कारण था कि x ने अपने रणनीतियों में कुछ अहम बदलाव किए।
अश्विन का खराब प्रदर्शन और टीम संतुलन की जरूरत
चेन्नई सुपर किंग्स ने लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ अपने XI में बदलाव किया और अश्विन को टीम से बाहर कर दिया। 38 वर्षीय रविचंद्रन अश्विन इस सीज़न में अब तक अपेक्षाएँ पूरी नहीं कर पाए थे। पहले छह मैचों में वह केवल 5 विकेट ले पाए थे, और उनकी गेंदबाजी का औसत 39.60 और इकॉनमी रेट लगभग 10 का था। पावरप्ले में उनका प्रदर्शन विशेष रूप से निराशाजनक रहा, जिससे धोनी को यह निर्णय लेना पड़ा।
धोनी ने क्यों किया बदलाव?
धोनी के मुताबिक, अश्विन की गेंदबाजी पावरप्ले में टीम के लिए खतरा बन रही थी, और टीम को संतुलन बनाए रखने के लिए इस बदलाव की आवश्यकता महसूस हुई। ने पावरप्ले में अश्विन की बजाय खलील अहमद और अंशुल कंबोज को जिम्मेदारी दी। यह निर्णय के लिए फायदेमंद साबित हुआ, क्योंकि लखनऊ सुपर जायंट्स को पहले छह ओवरों में केवल 42/2 का स्कोर बनाने में सफलता मिली, जिससे को मैच पर नियंत्रण मिला।
CSK की रणनीति का असर
इस बदलाव का असर CSK की रणनीति पर साफ तौर पर दिखा। पावरप्ले में कम रन खर्च करना और शुरुआती विकेट लेना CSK के लिए अहम साबित हुआ, जिससे उन्होंने लखनऊ सुपर जायंट्स को जीत से दूर रखा। धोनी ने इस बदलाव की सराहना करते हुए इसे टीम की रणनीतिक समझ का परिणाम बताया।
आने वाले मैचों में क्या होगा?
अश्विन के प्रदर्शन में गिरावट को देखते हुए अब यह देखना दिलचस्प होगा कि CSK भविष्य में अश्विन को लेकर अपनी रणनीति में और क्या बदलाव करता है। टीम के संतुलन के लिहाज से यह निर्णय काफी अहम साबित हो सकता है, और धोनी के नेतृत्व में CSK को सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए ऐसे फैसले लेना जारी रखना होगा।
क्या आपको लगता है कि अश्विन को अगले मैचों में फिर से मौका मिलेगा, या CSK को अपनी पावरप्ले गेंदबाजी रणनीति को इस तरह बनाए रखना चाहिए?