IPL 2025 में बड़ा विवाद: मुंबई इंडियंस द्वारा तिलक वर्मा को ‘रिटायर्ड आउट’ करने पर मचा बवाल, क्रिकेट जगत ने की कड़ी आलोचना
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 सीजन में शुक्रवार, 4 अप्रैल को लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) और मुंबई इंडियंस (MI) के बीच खेले गए मैच ने एक बड़े विवाद को जन्म दे दिया है। मुंबई इंडियंस प्रबंधन ने मैच के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा को 'रिटायर्ड आउट' करने का अप्रत्याशित फैसला लिया, जिसकी क्रिकेट जगत में चौतरफा कड़ी आलोचना हो रही है। इसे खेल भावना के विपरीत और एक हैरान करने वाला कदम माना जा रहा है।

4 अप्रैल: इंडियन प्रीमियर लीग का 2025 सीजन रोमांचक मुकाबलों के साथ-साथ अब विवादों के लिए भी चर्चा में आ गया है। शुक्रवार को लखनऊ के इकाना स्टेडियम में लखनऊ सुपर जायंट्स और मुंबई इंडियंस के बीच हुए हाई-स्कोरिंग मुकाबले में एक ऐसी घटना घटी जिसने क्रिकेट नियमों और खेल भावना के बीच की महीन रेखा पर एक बड़ी बहस छेड़ दी है। मैच के दौरान, दबाव में दिख रही मुंबई इंडियंस टीम प्रबंधन ने अपने युवा और प्रतिभाशाली बल्लेबाज तिलक वर्मा को अचानक ‘रिटायर्ड आउट’ करा दिया। यह फैसला न केवल मैदान में मौजूद खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए चौंकाने वाला था, बल्कि इसने पूरे क्रिकेट समुदाय को भी स्तब्ध कर दिया।
मैच का संदर्भ: लखनऊ का विशाल स्कोर और मुंबई का संघर्ष
इस विवाद की जड़ को समझने के लिए मैच की पृष्ठभूमि पर नजर डालना जरूरी है। लखनऊ सुपर जायंट्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर मिचेल मार्श की विस्फोटक अर्धशतकीय पारी (60 रन) और अन्य बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान की बदौलत LSG ने निर्धारित 20 ओवरों में 3 विकेट खोकर 203 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया। मार्श अपनी टीम के लिए शीर्ष स्कोरर रहे और उन्होंने मुंबई के गेंदबाजों को खासा परेशान किया।
मुंबई इंडियंस के लिए लक्ष्य का पीछा करना शुरुआत से ही चुनौतीपूर्ण था। हालांकि, गेंदबाजी में कप्तान हार्दिक पंड्या ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पांच विकेट (फाइफर) हासिल किए और लखनऊ की रन गति पर कुछ हद तक लगाम लगाने की कोशिश की। पंड्या मुंबई के सबसे सफल गेंदबाज रहे और उन्होंने अकेले दम पर LSG को और भी बड़े स्कोर तक जाने से रोका। लेकिन इसके बावजूद, 204 रनों का लक्ष्य किसी भी टीम के लिए आसान नहीं था, खासकर लखनऊ की मजबूत गेंदबाजी के सामने।
विवादास्पद क्षण: तिलक वर्मा का ‘रिटायर्ड आउट’
मुंबई इंडियंस की पारी के दौरान जब टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए संघर्ष कर रही थी और रन रेट का दबाव बढ़ता जा रहा था, तभी पारी के मध्य ओवरों में यह अप्रत्याशित घटना घटी। तिलक वर्मा, जो क्रीज पर मौजूद थे और पारी को संभालने का प्रयास कर रहे थे, उन्हें अचानक पवेलियन लौटने का इशारा किया गया। कॉमेंटेटर और दर्शक शुरू में समझ नहीं पाए कि क्या हुआ, लेकिन जल्द ही स्पष्ट हो गया कि मुंबई इंडियंस प्रबंधन ने उन्हें ‘रिटायर्ड आउट’ करने का सामरिक (tactical) फैसला लिया था, संभवतः किसी बड़े हिटर को जल्दी क्रीज पर लाने के लिए।
क्रिकेट के नियमों (एमसीसी कानून 25.4.3) के अनुसार, कोई बल्लेबाज बीमार या घायल न होने पर भी अपनी पारी समाप्त करने के लिए रिटायर हो सकता है, जिसे ‘रिटायर्ड आउट’ माना जाता है और विपक्षी कप्तान की सहमति के बिना वह दोबारा बल्लेबाजी के लिए नहीं लौट सकता। हालांकि यह नियम वैध है, लेकिन इसका प्रयोग अत्यंत दुर्लभ है और इसे अक्सर खेल भावना के विपरीत माना जाता है, खासकर जब यह स्पष्ट रूप से एक सामरिक चाल हो।
क्रिकेट जगत की तीखी प्रतिक्रिया
मुंबई इंडियंस के इस कदम की लगभग पूरे क्रिकेट जगत ने एकमत होकर कड़ी निंदा की है। पूर्व क्रिकेटरों, विश्लेषकों और प्रशंसकों ने सोशल मीडिया और विभिन्न मंचों पर इसे ‘अभूतपूर्व’, ‘हैरान करने वाला’ और ‘खेल की आत्मा के खिलाफ’ बताया। कई विशेषज्ञों का मानना था कि एक युवा खिलाड़ी के साथ इस तरह का व्यवहार उसके आत्मविश्वास को ठेस पहुंचा सकता है और यह खेल के नैतिक मूल्यों के खिलाफ है। आलोचना इस बात पर केंद्रित रही कि जीत हासिल करने के लिए नियमों की आड़ में खेल भावना का गला घोंटा गया।
आगे क्या?
तिलक वर्मा को रिटायर्ड आउट करने का यह फैसला निश्चित रूप से आईपीएल 2025 सीजन के सबसे चर्चित और विवादास्पद क्षणों में से एक बन गया है। इसने न केवल मुंबई इंडियंस की रणनीति और खेल के प्रति उनके दृष्टिकोण पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि ‘रिटायर्ड आउट’ नियम की प्रासंगिकता और नैतिकता पर भी एक नई बहस शुरू कर दी है। यह देखना बाकी है कि क्या इस घटना का कोई दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है या नहीं, लेकिन इसने निश्चित रूप से मैच के नतीजे से ज्यादा सुर्खियां बटोरी हैं और आने वाले दिनों में इस पर चर्चा जारी रहने की उम्मीद है। यह घटना इस बात की याद दिलाती है कि क्रिकेट सिर्फ नियमों का खेल नहीं, बल्कि भावना और सम्मान का भी खेल है।