Pujara ने KL Rahul की Batting पर Comment किया बोले He looked too cautious

टीम इंडिया के दिग्गज बल्लेबाज चेतश्वेर पुजारा ने दिल्ली कैपिटल्स के विकेटकीपर बल्लेबाज केएल राहुल की बल्लेबाजी को लेकर अपनी राय व्यक्त की। 16 अप्रैल को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ हुए मैच में केएल राहुल ने 38 रन की पारी खेली, लेकिन पुजारा ने कहा कि राहुल का खेल काफी सतर्क था और वह तेजी से रन बनाने की कोशिश में नहीं दिखे। दिल्ली ने रोमांचक सुपर ओवर में जीत दर्ज करते हुए अंक तालिका में शीर्ष स्थान हासिल किया था, और इसमें मिशेल स्टार्क की शानदार गेंदबाजी का बड़ा योगदान था।
केएल राहुल को इस मैच में नंबर 4 पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया था, जब जेक फ्रेजर-मैकेर्क और करुण नायर के जल्दी आउट होने के बाद दिल्ली को एक स्थिरता की आवश्यकता थी। राहुल ने शुरुआत में काफी सावधानी से बल्लेबाजी की, जबकि उनके साथी बल्लेबाज अभिषेक पोरेल ने दूसरे छोर से रन बनाना जारी रखा। राहुल ने शुरुआत में लंबी पारी खेलने की कोशिश की, लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा, दिल्ली को मिडिल ओवर्स में गति बढ़ाने की आवश्यकता महसूस होने लगी। राहुल को अपनी पारी को तेज करना जरूरी था, लेकिन उन्होंने अपनी गति में बदलाव नहीं किया।
राहुल की पारी में सतर्कता
चेतश्वेर पुजारा ने केएल राहुल की बल्लेबाजी पर बात करते हुए कहा, “राहुल को शुरुआत में कोई बड़ी जल्दी नहीं थी। उन्होंने काफी सतर्क बल्लेबाजी की और शुरुआत में आराम से रन बनाए, लेकिन जैसे-जैसे मैच आगे बढ़ा, उन्हें अपनी गति बढ़ानी चाहिए थी। राहुल का स्ट्राइक रेट इस पारी में कम था, और टीम को इस समय ज्यादा रन की जरूरत थी।”
राहुल ने 30 से ज्यादा गेंदों का सामना किया, लेकिन उस समय तक टीम को बड़ा स्कोर बनाने के लिए तेजी से रन बनाने की आवश्यकता थी। उन्होंने जोफ्रा आर्चर के खिलाफ एक पुल शॉट खेलने की कोशिश की, लेकिन वह डीप मिडविकेट पर शिमरोन हेटमायर के हाथों कैच आउट हो गए। राहुल का यह शॉट असफल रहा और उनकी धीमी पारी के कारण दिल्ली को आखिरकार दबाव में आना पड़ा।
मिडिल ओवर्स में रन बनाने की जरूरत
दिल्ली कैपिटल्स के कप्तान अक्षर पटेल और कोच रिकी पोंटिंग ने पहले भी इस बात का उल्लेख किया है कि टीम को मिडिल ओवर्स में अपनी रन गति को बेहतर बनाने की आवश्यकता है। केएल राहुल का आना एक अहम मौका था, लेकिन उन्होंने उस दबाव को संभालने के बजाय ज्यादा आक्रामक होने की बजाय नियंत्रण बनाए रखा। इस पारी से पहले, दिल्ली की टीम के अन्य बल्लेबाजों ने कुछ अच्छे रन बनाए थे, लेकिन राहुल के धीमे आक्रामक रुख ने टीम के स्कोर को रोक दिया।
राहुल की बल्लेबाजी में सतर्कता ने टीम की रन गति को धीमा किया, और टीम को अंत में सुपर ओवर तक पहुंचने के लिए मिशेल स्टार्क के योगदान की आवश्यकता थी। राहुल की पारी में यह साफ देखा गया कि एक अच्छे खिलाड़ी को अपने खेल को परिस्थिति के अनुसार बदलने की आवश्यकता होती है। इस मैच में वह स्थिति की आवश्यकता के अनुसार तेज नहीं हो पाए, और इससे दिल्ली को परेशानी का सामना करना पड़ा।
पुजारा का दृष्टिकोण
चेतश्वेर पुजारा ने राहुल की बल्लेबाजी की आलोचना करते हुए कहा, “केएल राहुल के पास काफी अनुभव है, और वह अच्छे बल्लेबाज हैं, लेकिन इस मैच में उन्होंने अपनी पारी को कुछ ज्यादा धीमा रखा। उन्हें समझने की आवश्यकता थी कि टीम को मिडिल ओवर्स में रन बनानी जरूरी थी और वहां से गति पकड़ने की आवश्यकता थी। अगर वह अपनी बल्लेबाजी को थोड़ा और आक्रामक तरीके से खेलते, तो शायद दिल्ली को एक बड़ा स्कोर बनाने में मदद मिलती।”
उन्होंने आगे कहा, “यह पूरी तरह से उनके खेलने के तरीके पर निर्भर करता है। जब टीम को जरूरत होती है तो एक अच्छे बल्लेबाज को अपनी पारी को तेज करना चाहिए, लेकिन राहुल ने अपने प्राकृतिक खेल को बनाए रखा, जो इस मैच में काम नहीं आया।”
टीम के दृष्टिकोण पर असर
केएल राहुल की पारी का असर दिल्ली के टीम मनोबल पर भी पड़ा। जिस स्थिति में दिल्ली थी, उस दौरान उन्हें रन गति बढ़ाने की आवश्यकता थी, और राहुल का धीमा खेल इस दिशा में एक रुकावट बन गया। राहुल ने बाद में खुद स्वीकार किया कि उन्होंने परिस्थितियों के अनुसार अपनी बल्लेबाजी में तेज़ी नहीं दिखाई, लेकिन वह इस पर काम करने के लिए तैयार हैं। इस स्थिति में, उनके धीमे खेल ने टीम को दबाव में डाला और उन्हें मुश्किल से मुकाबला जीतने की स्थिति में लाया।
हालांकि, दिल्ली कैपिटल्स ने मैच के अंत में सुपर ओवर में रोमांचक जीत हासिल की, लेकिन राहुल का धीमा खेल उस समय एक सवाल बन गया था। टीम के लिए यह जरूरी है कि वे आगामी मैचों में मिडिल ओवर्स में गति को बेहतर बनाए रखें, ताकि अगले मैचों में उन्हें ऐसे संघर्षों का सामना न करना पड़े।
केएल राहुल की धीमी बल्लेबाजी के बारे में चेतश्वेर पुजारा की टिप्पणी ने इस बात को रेखांकित किया कि टीम के लिए मिडिल ओवर्स में तेज रन बनाने की कितनी जरूरत थी। राहुल का खेल इस मैच में अपेक्षाकृत सतर्क और धीमा था, जो दिल्ली कैपिटल्स के लिए दबाव पैदा करने का कारण बना। हालांकि, टीम ने अंत में सुपर ओवर में जीत हासिल की, लेकिन राहुल को आगामी मैचों में अपनी बल्लेबाजी की गति पर काम करने की आवश्यकता होगी, ताकि वे टीम को जरूरी समय पर अधिक आक्रामक रूप से बल्लेबाजी करने में मदद कर सकें।