Rajasthan Royals के 14 वर्षीय बल्लेबाज़ Vaibhav Suryavanshi को Coach ने बताया Apni umra se 10 saal aage

राजस्थान रॉयल्स के युवा बल्लेबाज़ वैभव सूर्यवंशी ने क्रिकेट की दुनिया में अपनी प्रतिभा से सबको चौंका दिया है। केवल 14 वर्ष की उम्र में उन्होंने जो कौशल और आत्मविश्वास दिखाया है, वह आमतौर पर कहीं अधिक उम्र के खिलाड़ियों में देखने को मिलता है। उनके कोच मनीष ओझा का मानना है कि वैभव अपने समकक्ष खिलाड़ियों से कम से कम 10 वर्ष आगे हैं।
मनीष ओझा ने बताया कि उन्होंने वैभव को सबसे पहले तब देखा था जब वह केवल 9 वर्ष के थे। वैभव का मूल निवास बिहार के समस्तीपुर में है, और वहां से पटना स्थित कोचिंग सेंटर तक की दूरी लगभग 100 किलोमीटर है। इसके बावजूद वह हर दूसरे दिन ट्रेनिंग के लिए आया करते थे। कोच ने कहा, “लोग आज उन्हें पहचानने लगे हैं, लेकिन हमने उन्हें बचपन से मेहनत करते देखा है। उनका शॉट चयन, बल्लेबाज़ी की शैली और आक्रामक रवैया शुरू से अलग था।”
कोच के अनुसार, वैभव हमेशा से एक आक्रामक बल्लेबाज़ बनना चाहते थे और इसको लेकर उनकी सोच बचपन से ही स्पष्ट थी। “जब वैभव मेरे पास आया, तब से ही उसने अपना इरादा साफ कर दिया था कि वह रक्षात्मक नहीं, आक्रामक क्रिकेट खेलेगा। उसके अंदर एक अलग तरह की ऊर्जा और सोच थी जो उसे भीड़ से अलग बनाती है,” ओझा ने कहा।
आज जब वैभव आईपीएल जैसी बड़ी प्रतियोगिता में खेलते दिखाई दे रहे हैं, तो उनके कोच और चाहनेवालों को यह किसी सपने के सच होने जैसा लग रहा है। क्रिकेट विशेषज्ञों का भी मानना है कि यदि इसी तरह से उनका विकास होता रहा, तो वह भविष्य में भारतीय क्रिकेट का एक बड़ा चेहरा बन सकते हैं।
वैभव सूर्यवंशी की सफलता इस बात का उदाहरण है कि समर्पण, दूरदर्शिता और सही मार्गदर्शन से कोई भी युवा खिलाड़ी ऊँचाइयों तक पहुँच सकता है, चाहे वह किसी छोटे शहर या गाँव से ही क्यों न आता हो।
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