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गुस्से में दिखे ऋषभ पंत आरोन फिंच ने दी चौंकाने वाली सलाह कप्तानी छोड़ें या विकेटकीपिंग

आईपीएल 2025 के मौजूदा सीज़न में लखनऊ सुपर जायंट्स  के कप्तान ऋषभ पंत का प्रदर्शन अब तक निराशाजनक रहा है। बल्लेबाज़ी में फॉर्म से जूझ रहे पंत हाल ही में पंजाब किंग्स   के खिलाफ मुकाबले में भी कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ सके, और टीम को हार का सामना करना पड़ा। लेकिन इस बार चर्चा सिर्फ उनके बल्ले की नहीं, बल्कि कप्तानी और मैदान पर उनकी बॉडी लैंग्वेज की भी हो रही है।

आरोन फिंच ने जताई चिंता, दी अहम सलाह

पूर्व रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) बल्लेबाज़ और ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी खिलाड़ी आरोन फिंच ने ऋषभ पंत को लेकर एक अहम बयान दिया है। फिंच के अनुसार, पंत का मुख्य संघर्ष बल्ले से नहीं बल्कि मैदान पर रणनीति और गेंदबाज़ों के साथ संवाद की कमी से जुड़ा है।

“एक विकेटकीपर के लिए कप्तानी करना बेहद मुश्किल हो सकता है। मुझे लगता है कि पंत अपने गेंदबाज़ों से ठीक से संवाद नहीं कर पा रहे हैं, और यही वजह है कि वे मैदान पर चिड़चिड़े और गुस्से में नज़र आते हैं,” फिंच ने मैच के बाद कहा।

कप्तानी और विकेटकीपिंग: दोहरी ज़िम्मेदारी

ऋषभ पंत जैसे आक्रामक खिलाड़ी के लिए कप्तानी का दबाव नया नहीं है, लेकिन विकेटकीपिंग के साथ यह जिम्मेदारी और भी कठिन हो जाती है। मैदान के पीछे से पूरे खेल पर नज़र रखना, फील्डिंग सजाना, गेंदबाज़ों से संवाद करना और साथ ही बल्लेबाज़ी में भी योगदान देना – यह सब किसी भी खिलाड़ी के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

फिंच का मानना है कि जब पंत गेंदबाज़ों से सही तरीके से बातचीत नहीं कर पाते, तो वह खुद ही हताश और झुंझलाए हुए लगते हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि पंत को अपनी भूमिका पर पुनर्विचार करना चाहिए – क्या उन्हें कप्तानी जारी रखनी चाहिए, या विकेटकीपिंग छोड़कर फील्ड से कप्तानी करना ज़्यादा प्रभावी होगा?

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मैदान पर दिखी झुंझलाहट

PBKS के खिलाफ मुकाबले में भी ऋषभ पंत कई बार अपने गेंदबाज़ों पर गुस्सा करते नज़र आए। फील्डिंग में बदलाव के दौरान भी उनका रवैया थोड़ा चिड़चिड़ा था, जो टीम के बाकी खिलाड़ियों पर भी असर डाल सकता है। एक कप्तान के तौर पर उनका यह व्यवहार ड्रेसिंग रूम के माहौल को प्रभावित कर सकता है।

आईपीएल में अब तक का प्रदर्शन

अब तक आईपीएल 2025 में पंत का व्यक्तिगत प्रदर्शन औसत से भी नीचे रहा है। जहां उनसे आक्रामक और मैच जिताऊ पारियों की उम्मीद थी, वहीं वे बार-बार सस्ते में आउट हो रहे हैं। इसके साथ कप्तानी का दबाव उनके ऊपर और बढ़ता जा रहा है।

क्या करना होगा बदलाव?

आरोन फिंच की सलाह का सीधा संकेत यही है कि पंत को अपने नेतृत्व शैली और मैदान पर भूमिका पर गौर करना चाहिए। क्या विकेटकीपर-कप्तान का रोल उन्हें भारी पड़ रहा है? क्या LSG को एक को-लीडर या ऑन-फील्ड रणनीतिकार की ज़रूरत है जो गेंदबाज़ों के साथ बेहतर तालमेल बैठा सके?


 

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