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IPL 2025: अम्बाती रायुडू ने लखनऊ सुपर जायंट्स को घेरा मयंक यादव के जल्दबाजी में वापसी पर उठाए सवाल

 

अम्बाती रायुडू, जो खुद एक अनुभवी भारतीय क्रिकेटर हैं, ने लखनऊ सुपर जायंट्स  की प्रबंधन टीम पर कड़ा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि लखनऊ ने मयंक यादव को आईपीएल 2025 के दौरान जल्दी वापसी करने के लिए दबाव डाला, जो उनके फिटनेस और प्रदर्शन के लिए सही नहीं था।

मयंक यादव की लंबी अनुपस्थिति और वापसी

मयंक यादव, जो भारत के प्रमुख तेज गेंदबाज माने जाते हैं, अक्टूबर 2024 से चोट के कारण क्रिकेट से बाहर थे। इस दौरान उन्हें टी20 सीरीज़ और दिल्ली की घरेलू सफेद गेंद की क्रिकेट को भी मिस करना पड़ा। मयंक को बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में अपनी चोट के बाद पुनर्वास (rehabilitation) के लिए भेजा गया था, लेकिन उन्हें आईपीएल 2025 सीज़न के शुरुआत तक फिट नहीं हो पाए थे।

ऑफ-सीज़न में उन्हें 11 करोड़ रुपये में रिटेन किया गया था, लेकिन चोट के बाद वापसी में उन्होंने जल्दी करने की कोशिश की। इस जल्दबाजी के कारण मयंक का प्रदर्शन अपेक्षाओं के अनुरूप नहीं रहा।

मयंक की वापसी और पहले मैच में प्रदर्शन

लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए मयंक यादव की वापसी 27 अप्रैल को मुंबई इंडियंस (MI) के खिलाफ हुई थी, जो वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था। इस मैच में मयंक ने 2-40 के आंकड़े के साथ अपनी गेंदबाजी की शुरुआत की। हालांकि, लखनऊ की टीम 54 रन से हार गई, लेकिन मयंक ने रोहित शर्मा और हार्दिक पांड्या के महत्वपूर्ण विकेट चटकाए, जो टीम के लिए सकारात्मक पहलू थे।

रायुडू का आरोप – “लखनऊ ने जल्दीबाजी की”

अम्बाती रायुडू ने मयंक यादव की वापसी पर सवाल उठाते हुए कहा कि लखनऊ ने उन्हें बिना पूरी फिटनेस जांच किए मैदान में उतार दिया। रायुडू का कहना था कि मयंक को जल्दबाजी में खेलाने से न केवल उनकी फिटनेस प्रभावित हो सकती है, बल्कि उनकी गेंदबाजी की गति और प्रभावशीलता भी घट सकती है। रायुडू ने यह भी कहा कि अगर मयंक को और समय दिया जाता, तो उनकी वापसी और बेहतर हो सकती थी।

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चोट के बाद वापसी के दुष्प्रभाव

चोट के बाद वापसी करना किसी भी खिलाड़ी के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, खासकर जब बात तेज गेंदबाजों की हो। मयंक यादव जैसे तेज गेंदबाज के लिए वापसी के बाद फुल स्पीड में गेंदबाजी करना समय की मांग होती है। हालांकि, मयंक ने अभी तक अपनी पिछली स्पीड को हासिल नहीं किया है, और उनकी गेंदबाजी अपेक्षानुसार प्रभावी नहीं रही।

इस मामले पर रायुडू ने चेतावनी दी कि तेज गेंदबाजों को जल्दबाजी में वापसी के बजाय, उन्हें पर्याप्त समय देना चाहिए ताकि वे पूरी तरह से फिट हो सकें और अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दे सकें।

भविष्य पर प्रभाव

लखनऊ सुपर जायंट्स को अब अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने की जरूरत हो सकती है। मयंक यादव जैसे अहम गेंदबाज को जल्दी वापसी के बजाय समय पर आराम देना बेहतर हो सकता है, ताकि वो टूर्नामेंट के बाकी हिस्से में पूरी क्षमता से योगदान दे सकें।


 

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