सचिन तेंदुलकर की एक सलाह ने बदल दी जसप्रीत बुमराह की किस्मत: बल्लेबाज़ कौन है इसकी चिंता मत करो

भारतीय क्रिकेट टीम के स्टार तेज गेंदबाज़ जसप्रीत बुमराह ने हाल ही में खुलासा किया कि उनके आईपीएल डेब्यू से पहले उन्हें क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर से एक खास सलाह मिली थी, जिसने उनका आत्मविश्वास बढ़ा दिया और उनका करियर बनाने में अहम भूमिका निभाई।
बुमराह ने 2013 में मुंबई इंडियंस के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ अपना पहला मुकाबला खेला था। उस मैच में उन्होंने 4 ओवर में 32 रन देकर 3 विकेट झटके थे — जिनमें विराट कोहली, मयंक अग्रवाल और करुण नायर जैसे बल्लेबाज़ शामिल थे।
डेब्यू से पहले घबराए हुए थे बुमराह
बुमराह ने बताया, “जब मैं मुंबई इंडियंस में आया, तब सचिन सर अभी भी खेल रहे थे। वो उनका आखिरी साल था। जब एक 19 साल का लड़का इस माहौल में आता है और चारों तरफ दिग्गज खिलाड़ियों को देखता है, तो थोड़ा घबरा जाना स्वाभाविक है।”
सचिन तेंदुलकर की अमूल्य सलाह
बुमराह ने साझा किया कि इस घबराहट को दूर करने के लिए सचिन तेंदुलकर ने उन्हें एक बेहद साधारण पर प्रभावी सलाह दी:
“बल्लेबाज़ कौन है, इसकी चिंता मत करो। उसे एक आम बल्लेबाज़ की तरह गेंद डालो।”
इस सलाह ने बुमराह की सोच बदल दी। उन्होंने मैदान पर सामने खड़े विराट कोहली जैसे दिग्गज को एक आम खिलाड़ी की तरह देखा और उसी आत्मविश्वास के साथ गेंदबाज़ी की।
शुरुआत में ही छा गए बुमराह
पहले ही मैच में विराट कोहली का विकेट लेना किसी सपने से कम नहीं था। इसके बाद बुमराह ने लगातार अच्छा प्रदर्शन किया और आज वो दुनिया के सबसे बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ों में से एक माने जाते हैं।
मुंबई इंडियंस की भूमिका
मुंबई इंडियंस फ्रेंचाइज़ी का युवाओं को तराशने में अहम योगदान रहा है। हार्दिक पांड्या, सूर्यकुमार यादव, और अब तिलक वर्मा जैसे खिलाड़ी इसी टीम से निकले हैं। बुमराह की सफलता भी इस सिस्टम का हिस्सा है जहां वरिष्ठ खिलाड़ियों की सलाह ने उन्हें मानसिक रूप से मज़बूत बनाया।
प्रेरणा हर युवा के लिए
बुमराह की कहानी सिर्फ क्रिकेट के आंकड़ों की नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती और सही समय पर मिली सलाह की भी है। सचिन तेंदुलकर की एक छोटी-सी बात ने उन्हें बड़ा खिलाड़ी बना दिया — और यही सच्ची विरासत है।