AB de Villiers का खुलासा: विराट कोहली ने क्यों मना किया बोलने से Ee Sala Cup Namde

आईपीएल 2025 का फाइनल अब कुछ ही कदम दूर है, और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु एक बार फिर ट्रॉफी की दहलीज पर खड़ी है। 29 मई को पंजाब किंग्स के खिलाफ मिली शानदार आठ विकेट की जीत के बाद RCB चौथी बार आईपीएल फाइनल में पहुंची है। लेकिन इस ऐतिहासिक मौके पर पूर्व दिग्गज बल्लेबाज़ एबी डिविलियर्स का एक दिलचस्प खुलासा चर्चा में आ गया है।
डिविलियर्स ने ESPN Cricinfo से बातचीत में बताया कि विराट कोहली ने उन्हें ‘Ee Sala Cup Namde’ कहने से मना किया था। इस कन्नड़ नारे का मतलब है – “इस बार कप हमारा है”। RCB के फैन्स इस नारे को वर्षों से दोहराते आ रहे हैं, लेकिन अब कोहली खुद इस पर सतर्क हो गए हैं।
क्यों किया विराट ने मना?
डिविलियर्स ने कहा,मैंने एक बार मजाक में कहा था – Ee Sala Cup Namde. विराट ने तुरंत कहा, ‘प्लीज़ ये मत बोलो।’”
इस पर डिविलियर्स ने आगे बताया कि कोहली इस बार अंधविश्वास और मानसिक दबाव से बचना चाहते हैं। शायद वह नहीं चाहते कि टीम पर अनावश्यक दबाव डाला जाए, खासकर जब इतिहास गवाह है कि RCB ने तीन बार फाइनल में पहुंचकर खिताब गंवाया है – 2009, 2011 और 2016 में।
फाइनल में चौथी बार, क्या अब किस्मत बदलेगी?
इस बार RCB ने दमदार वापसी करते हुए फाइनल में जगह बनाई है। लगातार जीत की लय और शानदार टीम प्रदर्शन ने उन्हें मजबूत दावेदार बना दिया है। खासतौर पर बल्लेबाज़ी में विराट कोहली का फॉर्म और गेंदबाज़ी में मोहम्मद सिराज का योगदान टीम को संतुलन दे रहा है।
एबी डिविलियर्स की भावनाएं
डिविलियर्स, जो सालों तक RCB का अभिन्न हिस्सा रहे, इस बार टीम की संभावनाओं को लेकर आशावादी हैं। उन्होंने कहा:“इस बार टीम में एक अलग ऊर्जा है। पिछले कुछ सीज़न में हमने देखा कि दबाव के चलते टीम बिखर जाती थी, लेकिन इस बार फोकस बेहतर है।”
उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि फैंस का जुनून और ‘Ee Sala Cup Namde’ जैसा नारा बेहद खास है, लेकिन टीम को इसे एक मिशन की तरह लेने की बजाय अपने खेल पर ध्यान देना चाहिए।
सोशल मीडिया पर बहस तेज
डिविलियर्स के इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। कुछ फैन्स को यह निर्णय समझ में आ रहा है, तो कुछ कोहली की सतर्कता को ‘ओवर रिएक्शन’ मान रहे हैं। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर #EeSalaCupNamde फिर से ट्रेंड कर रहा है।
क्या ये बदलाव टीम के भाग्य को बदल पाएगा?
RCB के पास अब एक सुनहरा मौका है। कोहली, फाफ डु प्लेसिस, और अन्य सीनियर खिलाड़ियों के अनुभव और युवा खिलाड़ियों की ऊर्जा इस बार टीम को ट्रॉफी दिला सकती है। लेकिन जैसा डिविलियर्स ने कहा, “बातें कम और काम ज़्यादा”, यही शायद RCB की इस साल की सबसे बड़ी ताकत बन सकती है।