Gill की Captaincy पर Akash का सवाल Sai Kishore क्यों बैठे रह गए

भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ और वर्तमान में लोकप्रिय क्रिकेट विश्लेषक आकाश चोपड़ा ने गुजरात टाइटन्स के कप्तान शुभमन गिल की कप्तानी पर सवाल उठाया है। यह टिप्पणी उन्होंने आईपीएल 2025 के मुकाबले में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ गुजरात की जीत के बाद की। उन्होंने गिल की रणनीति पर खासतौर से उस फैसले को लेकर सवाल उठाया, जिसमें साई किशोर को बल्लेबाजी के लिए आए अक्षर पटेल के खिलाफ गेंदबाज़ी करने का मौका नहीं दिया गया।
क्या था पूरा मामला?
यह मुकाबला 19 अप्रैल को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया था, जिसमें दिल्ली कैपिटल्स ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 204 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा किया। गुजरात टाइटन्स ने लक्ष्य को सात विकेट और चार गेंद शेष रहते हासिल कर लिया और अंकतालिका में शीर्ष स्थान पर पहुंच गई।
इस मैच में बाएं हाथ के स्पिनर साई किशोर को सिर्फ अंतिम यानी 20वां ओवर ही फेंकने का मौका मिला। आकाश चोपड़ा ने अपने यूट्यूब चैनल ‘आकाश चोपड़ा’ पर साझा किए गए एक वीडियो में इस बात पर हैरानी जताई कि जब दिल्ली के बाएं हाथ के बल्लेबाज़ अक्षर पटेल क्रीज़ पर मौजूद थे, तब साई किशोर को गेंद क्यों नहीं दी गई।
“जब पूरन खेल रहे थे, तब किशोर को गेंद दी गई थी”
आकाश ने यह भी याद दिलाया कि पिछले मैच में लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ जब निकोलस पूरन बल्लेबाजी कर रहे थे, तब साई किशोर को गेंदबाज़ी करने का मौका मिला था। ऐसे में यह तर्क सही नहीं लगता कि गिल ने सिर्फ इसीलिए किशोर को नहीं आजमाया क्योंकि क्रीज़ पर एक बाएं हाथ का बल्लेबाज़ था।
गिल की कप्तानी पर लगातार उठ रहे सवाल
यह पहली बार नहीं है जब शुभमन गिल की कप्तानी को लेकर सवाल उठे हैं। हाल ही में उन पर धीमी ओवर गति के चलते ₹12 लाख का जुर्माना भी लगाया गया था, जो इस सीजन में गुजरात टाइटन्स का पहला ओवर रेट उल्लंघन था। आईपीएल के अनुच्छेद 2.22 के तहत यह सजा दी गई।
गौरतलब है कि इस सीजन में अक्षर पटेल, हार्दिक पांड्या और रियान पराग जैसे अन्य कप्तानों पर भी धीमी ओवर गति के चलते जुर्माना लगाया जा चुका है।
क्या गिल को कप्तानी में और सुधार की जरूरत है?
गुजरात की टीम भले ही इस समय अंकतालिका में ऊपर है, लेकिन शुभमन गिल की रणनीतियों और निर्णयों को लेकर लगातार चर्चाएं हो रही हैं। गेंदबाज़ों के सही समय पर उपयोग और फील्डिंग सेटअप में चतुराई दिखाना कप्तान की जिम्मेदारी होती है, और ऐसे में किशोर को देर से गेंद देना एक बड़ा रणनीतिक चूक माना जा रहा है।
शुभमन गिल का युवा कप्तान के रूप में सफर अब तक मिला-जुला रहा है। बल्लेबाज के तौर पर वे रन बना रहे हैं, लेकिन कप्तानी में कुछ अहम मौकों पर चूक देखने को मिल रही है। अगर गुजरात को खिताब जीतने की उम्मीद बनाए रखनी है, तो गिल को रणनीतिक रूप से और भी सटीक तथा साहसी फैसले लेने होंगे।