बांग्लादेशी क्रिकेटर शाकिब अल हसन की बढ़ीं मुश्किलें, कोर्ट ने संपत्ति जब्त करने का दिया आदेश!
बांग्लादेश के दिग्गज क्रिकेटर शाकिब अल हसन एक बड़े कानूनी विवाद में फंस गए हैं। उनकी संपत्ति जब्त करने का आदेश जारी किया गया है, जिससे उनकी परेशानियां और बढ़ गई हैं। यह मामला पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना से जुड़े राजनीतिक उथल-पुथल से भी जुड़ा हुआ है। शाकिब, जो हसीना की अवामी लीग पार्टी के पूर्व सांसद भी रह चुके हैं, अब धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों का सामना कर रहे हैं।
शाकिब पर क्या हैं आरोप?
शेख हसीना की सरकार गिरने के बाद, शाकिब अल हसन को जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ा। उन पर यह आरोप लगे कि वह प्रदर्शनकारियों पर हुई घातक पुलिस कार्रवाई से जुड़े मामलों में शामिल थे, हालांकि उन पर कोई हत्या का औपचारिक आरोप नहीं लगाया गया। इसके अलावा, शाकिब पर 300,000 अमेरिकी डॉलर (करीब 2.5 करोड़ रुपये) के चेक बाउंस से जुड़े धोखाधड़ी के मामले दर्ज किए गए हैं।
बांग्लादेश लौटने से बच रहे हैं शाकिब
ढाका की एक अदालत ने सोमवार को शाकिब की संपत्ति जब्त करने का आदेश दिया। यह कदम तब उठाया गया जब जनवरी में उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। जब बांग्लादेश में राजनीतिक संकट चरम पर था, उस समय शाकिब कनाडा में एक घरेलू टी20 लीग खेल रहे थे और तभी से वह बांग्लादेश वापस नहीं लौटे हैं।
गेंदबाजी विवाद से भी जुड़े रहे शाकिब
शाकिब अल हसन ने बांग्लादेश के लिए 71 टेस्ट, 247 वनडे और 129 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 712 विकेट चटकाए हैं। हाल ही में इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) ने उनकी गेंदबाजी पर लगा निलंबन हटा दिया और उन्हें दोबारा “द हंड्रेड” टूर्नामेंट में गेंदबाजी करने की इजाजत दी गई। इससे पहले, 2024 में काउंटी क्रिकेट के दौरान उनके गेंदबाजी एक्शन पर सवाल उठाए गए थे और रिपोर्ट के बाद उन्हें अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया था।
अब देखना होगा कि शाकिब इस कानूनी संकट से कैसे निकलते हैं और क्या वह दोबारा बांग्लादेश लौटकर क्रिकेट में वापसी कर पाएंगे या नहीं।