कप्तानों की खेल भावना: ऋषभ पंत ने जीतेश शर्मा के खिलाफ नॉन-स्ट्राइकर रनआउट की अपील वापस ली मिला गले लगाकर धन्यवाद | IPL 2025

आईपीएल 2025 के रोमांचक मुकाबले में भले ही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने लखनऊ सुपर जायंट्स को 6 विकेट से हराकर क्वालिफायर 1 में अपनी जगह बना ली हो, लेकिन मैच के दौरान एक पल ऐसा भी आया जिसने खेल भावना (sportsmanship) की नई मिसाल पेश की।
जब जीतेश शर्मा क्रीज़ से बाहर निकले…
RCB के कप्तान जीतेश शर्मा, जो अंत में मैच के हीरो साबित हुए, एक समय नॉन-स्ट्राइकर एंड पर क्रीज़ से बाहर निकल आए थे। तभी LSG के युवा गेंदबाज़ दिग्वेश राठी ने अपनी रन-अप के दौरान बारीकी से यह देखा और तुरंत गेंद फेंकने से पहले बेल्स गिरा दीं। तकनीकी रूप से यह नॉन-स्ट्राइकर रन आउट (जिसे आमतौर पर ‘Mankading’ कहा जाता है) हो सकता था, लेकिन मामला तब दिलचस्प हो गया जब कप्तान ऋषभ पंत ने अपील को तुरंत वापस ले लिया।
पंत का बड़ा दिल, जीतेश का आभार
ऋषभ पंत के इस फैसले ने न सिर्फ खेल की आत्मा को जीवित रखा, बल्कि दर्शकों और क्रिकेट प्रेमियों के दिल भी जीत लिए। इस खेल भावना को देखते हुए, मैच समाप्त होने के बाद जीतेश शर्मा ने ऋषभ पंत को गले लगाकर उनका शुक्रिया अदा किया। इस भावुक पल की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं, जहाँ फैंस दोनों कप्तानों की इस नायाब खेल भावना की सराहना कर रहे हैं।
क्रिकेट से बड़ा कुछ नहीं – खेल भावना
आज के प्रतिस्पर्धी युग में जब हर रन और हर विकेट कीमती होता है, ऐसे में पंत का यह कदम यह दर्शाता है कि क्रिकेट केवल जीत-हार का खेल नहीं, बल्कि एक चरित्र की परीक्षा भी है।
दिग्वेश राठी का मांकडिंग प्रयास नियमों के दायरे में था, लेकिन कप्तान पंत ने मानवीय पहलू को प्राथमिकता दी और अपील वापस लेकर अपने चरित्र की एक झलक दी। इससे न सिर्फ एक कप्तान की सोच झलकती है, बल्कि युवा खिलाड़ियों को भी यह संदेश जाता है कि खेल का असली सौंदर्य खेल भावना में है।
जीतेश की पारी ने किया जीत का रास्ता साफ
गौरतलब है कि जीतेश शर्मा ने इस जीवनदान के बाद शानदार बल्लेबाज़ी करते हुए मात्र 33 गेंदों में 85* रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई। यदि वह रन आउट हो जाते, तो परिणाम शायद कुछ और होता। ऐसे में पंत का यह कदम और भी महत्वपूर्ण हो जाता है।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
- एक फैन ने लिखा: “ऋषभ पंत ने आज दिखा दिया कि असली कप्तान वही होता है जो इंसानियत को पहले रखे।”
- एक अन्य ने कहा: “जीतेश और पंत का वो गले लगाना, IPL 2025 का सबसे भावुक पल था।”
इस तरह, IPL 2025 का यह मैच केवल आंकड़ों और प्रदर्शन के लिहाज़ से ही नहीं, बल्कि मानवीय मूल्यों और खेल भावना के उदाहरण के तौर पर भी याद किया जाएगा।