Cricket Match Cheerleaders: चीयरलीडर्स ने क्रिकेट में कब प्रवेश किया, जानें वे कितना कमाते हैं
Cricket Match Cheerleaders क्रिकेट के मैदान पर दर्शकों और खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाने वाले चीयरलीडर्स आज के समय में लगभग हर बड़ी लीग में देखे जाते हैं। ये चीयरलीडर्स मैच के उत्साह को बढ़ाने के साथ-साथ दर्शकों का मनोरंजन भी करते हैं। उन्होंने क्रिकेट से पहले अन्य खेलों में शुरुआत की। इंडियन प्रीमियर लीग में विरोध के बावजूद, उन्हें न केवल मैदान में जगह दी गई, बल्कि अब वे आईपीएल का भी हिस्सा बन गए हैं।
Cricket Match Cheerleaders क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप टी20 ने क्रिकेट दर्शकों को बहुत कुछ दिया है। थोड़े ही समय में समाप्त होने वाले इस मैच में दर्शकों को बहुत सारे लंबे छक्के और चौके देखने को मिलते हैं। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने भारतीय क्रिकेट के विकास में बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। क्रिकेट के इस प्रारूप ने दुनिया भर के लोगों पर इतना प्रभाव डाला है कि हर कोई इस प्रारूप के प्रति जुनूनी हो गया है।
Cricket Match Cheerleaders यही कारण है कि आज के समय में अंतर्राष्ट्रीय टी20 क्रिकेट खेलने वाले देशों की संख्या 100 से अधिक है। क्रिकेट के इस प्रारूप में चीयरलीडर्स भी खिलाड़ियों और दर्शकों के बीच उत्साह पैदा करते हैं। ये चीयरलीडर्स पूरे मैच में खिलाड़ियों और प्रशंसकों का उत्साह बढ़ाते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ये चीयरलीडर्स क्रिकेट के मैदान में कब आए और वे कौन हैं?
चीयरलीडर्स कब शुरू हुए
इस पेशे का जन्म अमेरिका में हुआ था। आज भी अमेरिका और ब्रिटेन की ज्यादातर लड़कियां इस पेशे में अपना करियर बना रही हैं। इसका कारण उनके काम के साथ-साथ उनकी पेशेवर शैली और अच्छा लुक है। चीयरलीडर्स को पहली बार 1898 में मिनेसोटा विश्वविद्यालय में एक फुटबॉल मैच के दौरान पेश किया गया था। प्रतिभागियों में महिलाएं नहीं बल्कि पुरुष थे। 1923 तक केवल लड़के ही इस पेशे का हिस्सा थे, लेकिन जब इसकी मांग बढ़ी तो महिलाओं ने भी इसमें रुचि ली और इस पेशे को अपने करियर के रूप में देखना शुरू कर दिया।
चीयरलीडर्स ने क्रिकेट में कब प्रवेश किया?
क्रिकेट के मैदान पर चीयरलीडर्स की पहली प्रविष्टि 2007 में हुई थी। वे दक्षिण अफ्रीका में खेले गए टी20 विश्व कप में मैदान पर उतरने वाले पहले खिलाड़ी थे। वह आईपीएल में भी खेल चुके हैं। अब कई लीगों में चीयरलीडर्स दर्शकों का उत्साह बढ़ाते हुए दिखाई देते हैं।
ये गुंडे कहाँ से आते हैं?
आईपीएल में चीयरलीडर्स में से अधिकांश अमेरिका, ब्रिटेन, मैक्सिको, फ्रांस, ब्राजील, यूक्रेन और दक्षिण अफ्रीका से हैं। इसके साथ ही भारतीय लड़कियां भी इस क्षेत्र में आगे आ रही हैं। ये लड़कियां ज्यादातर मॉडलिंग के क्षेत्र से आती हैं।
चीयरलीडर्स बहुत कमाते हैं।
क्रिकेट के मैदान पर दर्शकों का मनोरंजन करने वाले इन चीयरलीडर्स को वेतन भी दिया जाता है। उन्हें हर मैच के आधार पर भुगतान किया जाता है न कि मासिक आधार पर। उन्हें एक मैच में लगभग 20 से 30 हजार रुपये दिए जाते हैं। हालांकि, यह टीमों के प्रबंधन पर भी निर्भर करता है। इसके अलावा, अगर चीयरलीडर्स जिस टीम का समर्थन कर रहे हैं, वह खिताब जीतती है, तो उन्हें इनाम के रूप में पैसे मिलते हैं। इसके अलावा, ये चीयरलीडर्स पार्टियों और फ़ोटोशूट के लिए भी अच्छे पैसे लेते हैं।
I can't believe that World Cup Shooting Stars' 2008 Fashionista routine is now 10 years old. It is considered one of the most iconic routines in cheerleading and now a decade later, it's still giving us life! pic.twitter.com/ZM5WiK0oIo
— Cheer is Everything (@FierceSport) February 5, 2018