CSK को मिला नया धमाका: Injured Gurjapneet की जगह टीम में शामिल हुए Dewald Brevis

इंडियन टी ट्वेंटी लीग के इस सीज़न में चेन्नई सुपर किंग्स ने एक बड़ा कदम उठाते हुए दक्षिण अफ्रीका के युवा और विस्फोटक बल्लेबाज़ डेवाल्ड ब्रेविस को अपनी टीम में शामिल किया है। यह बदलाव टीम के तेज़ गेंदबाज़ गुरजपनीत सिंह की चोट के कारण किया गया है, जो अब शेष टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले सकेंगे। डेवाल्ड ब्रेविस को दो करोड़ बीस लाख रुपये की राशि में अनुबंधित किया गया है और उम्मीद जताई जा रही है कि वे मुंबई के खिलाफ रविवार को होने वाले मुकाबले से पहले टीम के साथ जुड़ जाएंगे।
यह बदलाव टीम के संतुलन को किस हद तक प्रभावित करेगा, यह तो आने वाले समय में साफ़ होगा, लेकिन डेवाल्ड ब्रेविस की आक्रामक शैली और युवा जोश से चेन्नई को एक नया आयाम मिल सकता है।
डेवाल्ड ब्रेविस: एक झलक
दक्षिण अफ्रीका के इस युवा बल्लेबाज़ ने बेहद कम समय में टी ट्वेंटी क्रिकेट में अपना नाम बना लिया है। उन्हें प्यार से “बेबी एबी” कहा जाता है क्योंकि उनकी बल्लेबाज़ी शैली दक्षिण अफ्रीका के महान बल्लेबाज़ एबी डिविलियर्स से मेल खाती है। डेवाल्ड ब्रेविस महज़ इक्कीस वर्ष के हैं, लेकिन उनका अनुभव और आत्मविश्वास किसी अनुभवी खिलाड़ी से कम नहीं है।
ब्रेविस अब तक कुल इक्यासी टी ट्वेंटी मुकाबले खेल चुके हैं, जिसमें उन्होंने सत्रह सौ सत्तासी रन बनाए हैं। उनका औसत छब्बीस दशमलव सत्ताइस और स्ट्राइक रेट एक सौ चौवालिस दशमलव तिरानवे का है, जो टी ट्वेंटी प्रारूप के लिहाज़ से बेहद प्रभावशाली है। इस दौरान उन्होंने एक शतक और सात अर्धशतक भी लगाए हैं।
उनकी सबसे चर्चित पारी दो हजार बाईस में खेली गई जब उन्होंने टाइटन्स की ओर से खेलते हुए नाइट्स के खिलाफ सिर्फ सत्तावन गेंदों में एक सौ बासठ रन ठोक दिए थे। यह पारी आज भी दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों को याद है।
मुंबई से चेन्नई की ओर रुख
डेवाल्ड ब्रेविस को इंडियन टी ट्वेंटी लीग में पहले मुंबई टीम ने दो हजार बाईस में अपनी टीम में शामिल किया था। उन्होंने दो हजार बाईस से दो हजार चौबीस तक कुल दस मैच खेले जिसमें वे केवल दो सौ तीस रन ही बना सके। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर उन मैचों में उनचास रन रहा।
हालांकि आंकड़ों के अनुसार वह मुंबई के लिए कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं कर सके, लेकिन उनकी क्षमता और प्रतिभा को देखकर चेन्नई टीम प्रबंधन ने उन्हें मौका देने का निर्णय लिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या चेन्नई उन्हें मुख्य एकादश में शामिल करती है या फिर वे टीम में एक बैकअप बल्लेबाज़ के रूप में ही रहेंगे।
चेन्नई के लिए क्या है यह बदलाव का मतलब
चेन्नई टीम पहले से ही अनुभवी और युवा खिलाड़ियों के संतुलन के लिए जानी जाती है। कप्तान की कुशल रणनीति और टीम प्रबंधन की दूरदर्शिता ने हमेशा उन्हें एक मज़बूत इकाई के रूप में पेश किया है। गुरजपनीत सिंह की चोट से टीम को गेंदबाज़ी विभाग में झटका ज़रूर लगा है, लेकिन डेवाल्ड ब्रेविस की एंट्री से बल्लेबाज़ी में गहराई ज़रूर बढ़ेगी।
ब्रेविस न केवल मध्य क्रम को मज़बूती प्रदान कर सकते हैं, बल्कि अंतिम ओवरों में तेज़ रन बनाकर मैच की दिशा भी बदल सकते हैं। अगर उन्हें नियमित रूप से खेलने का मौका मिलता है, तो वे चेन्नई के लिए एक एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं।
युवा खिलाड़ियों पर चेन्नई का विश्वास
चेन्नई सुपर किंग्स हमेशा से युवा खिलाड़ियों को अवसर देने और उन्हें मंच प्रदान करने के लिए जानी जाती है। चाहे वह ऋतुराज गायकवाड़ हों, शिवम दुबे हों या फिर पहले के दौर में दीपक चाहर जैसे खिलाड़ी — टीम ने उन्हें पूरा समर्थन दिया है। ऐसे में डेवाल्ड ब्रेविस को भी यदि टीम लगातार अवसर देती है, तो वे अपनी प्रतिभा का पूर्ण प्रदर्शन कर सकते हैं।
आगामी मुकाबला: पुरानी टीम के खिलाफ नई शुरुआत
एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि डेवाल्ड ब्रेविस का पहला मुकाबला चेन्नई की ओर से उसी टीम के खिलाफ हो सकता है, जिसके लिए वे पहले खेल चुके हैं — मुंबई। यदि वे इस मुकाबले में खेलते हैं और अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो यह न केवल उनके आत्मविश्वास को बढ़ावा देगा, बल्कि चेन्नई टीम को भी मज़बूती देगा।
यह मुकाबला भावनात्मक रूप से भी खास हो सकता है, क्योंकि किसी खिलाड़ी का अपनी पूर्व टीम के खिलाफ खेलना हमेशा एक विशेष अनुभव होता है। ब्रेविस के लिए यह एक नई शुरुआत होगी, और वे इसे एक अवसर के रूप में देख सकते हैं अपनी छवि को फिर से स्थापित करने का।
डेवाल्ड ब्रेविस की चेन्नई सुपर किंग्स में एंट्री इस बात का प्रमाण है कि टीम प्रबंधन खिलाड़ियों की क्षमता को पहचानता है और उन्हें सही समय पर मौका देने में विश्वास रखता है। जहां एक ओर गुरजपनीत सिंह की अनुपस्थिति एक चिंता का विषय हो सकती है, वहीं दूसरी ओर ब्रेविस की आक्रामक बल्लेबाज़ी टीम को नया मोड़ देने का माद्दा रखती है।
अब यह देखना रोमांचक होगा कि डेवाल्ड ब्रेविस को कितने मौके मिलते हैं, और वे उन अवसरों को किस तरह से भुनाते हैं। यदि वे अपने पूरे सामर्थ्य के साथ खेलते हैं, तो निश्चित रूप से वे चेन्नई सुपर किंग्स के लिए एक अमूल्य संपत्ति बन सकते हैं।