जेबकतरे से भी तेज हैं धोनी के हाथ…’, रवि शास्त्री ने क्यों दिया ऐसा बयान? वजह जानकर आप भी करेंगे सलाम!

टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री अपने बेबाक और दिलचस्प बयानों के लिए जाने जाते हैं। इस बार उनके एक बयान ने सोशल मीडिया पर धूम मचा दी है, जिसमें उन्होंने भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में से एक, महेंद्र सिंह धोनी की तुलना एक ‘पॉकेटमार’ यानी जेबकतरे से कर दी है।
यह सुनकर आप भले ही चौंक गए हों, लेकिन शास्त्री ने यह तुलना धोनी का अपमान करने के लिए नहीं, बल्कि उनकी एक अविश्वसनीय काबिलियत की तारीफ में की है। यह बयान धोनी के खेल के प्रति उनके सम्मान को एक अनोखे अंदाज में बयां करता है।
आखिर शास्त्री ने धोनी को ‘पॉकेटमार’ क्यों कहा?
दरअसल, रवि शास्त्री ने यह मजेदार बयान एमएस धोनी की बिजली की तरह तेज स्टंपिंग स्किल्स को लेकर दिया। आईसीसी के एक इवेंट में बात करते हुए उन्होंने कहा:
“एमएस धोनी के हाथ एक पॉकेटमार से भी ज्यादा तेज हैं। अगर आप भारत में कोई बड़ा मैच खेल रहे हैं, खासकर अहमदाबाद जैसे स्टेडियम में, तो बस यह ध्यान रखें कि धोनी आपके पीछे न हों। वरना पलक झपकते ही आपका बटुआ गायब हो सकता है।”
शास्त्री का मतलब साफ था – धोनी विकेट के पीछे इतनी सफाई और तेजी से गिल्लियां बिखेरते हैं कि बल्लेबाज को संभलने का मौका तक नहीं मिलता और उसे पता भी नहीं चलता कि कब उसका काम तमाम हो गया। यह बयान धोनी की अद्भुत विकेटकीपिंग कला को दिया गया अब तक का शायद सबसे अनूठा कॉम्प्लिमेंट है।
सिर्फ फुर्ती ही नहीं, धोनी की यह खूबी भी है निराली
रवि शास्त्री ने सिर्फ धोनी की तेज-तर्रार कीपिंग की ही तारीफ नहीं की, बल्कि उनके ‘कैप्टन कूल’ वाले अंदाज पर भी बात की। उन्होंने कहा कि धोनी की सबसे बड़ी खासियत उनका मानसिक संतुलन है। शास्त्री ने बताया, “धोनी चाहे शतक लगाएं या फिर जीरो पर आउट हो जाएं, उनके चेहरे के हाव-भाव कभी नहीं बदलते। यही चीज उन्हें बाकी सबसे अलग और खास बनाती है।”
धोनी को मिला क्रिकेट का सबसे बड़ा सम्मान
यह दिलचस्प बयान ऐसे समय में आया है जब एमएस धोनी को क्रिकेट जगत में एक बहुत बड़ा सम्मान मिला है। 9 जून को एमएस धोनी को प्रतिष्ठित आईसीसी हॉल ऑफ फेम (ICC Hall of Fame) में शामिल किया गया। वह यह सम्मान पाने वाले भारत के 11वें खिलाड़ी बन गए हैं।
धोनी के साथ-साथ इस लिस्ट में कई और दिग्गजों को जगह मिली है, जिनमें शामिल हैं:
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हाशिम अमला (दक्षिण अफ्रीका)
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ग्रीम स्मिथ (दक्षिण अफ्रीका)
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मैथ्यू हेडन (ऑस्ट्रेलिया)
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डेनियल विटोरी (न्यूजीलैंड)
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सना मीर (पाकिस्तान)
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सारा टेलर (इंग्लैंड)
रवि शास्त्री का यह बयान और आईसीसी का यह सम्मान, दोनों ही इस बात का सबूत हैं कि मैदान पर धोनी की विरासत कितनी अनमोल और यादगार है।