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Former West Indies fast bowler Ian Bishop ने MS Dhoni की तारीफ की कहा CSK की जीत ने Fans को वापस लाया

पूर्व वेस्ट इंडीज़ के तेज गेंदबाज इयान बिशप का मानना है कि चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने अपनी टीम की और खुद की बहुत सी आलोचनाओं को अपनी शानदार पारी से शांत किया। 14 अप्रैल को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मिली जीत के बाद धोनी ने न केवल अपनी टीम को मैच जिताया, बल्कि उन्होंने यह साबित कर दिया कि उनकी कड़ी मेहनत और शांत स्वभाव की वजह से वह आज भी क्रिकेट के दिग्गज बने हुए हैं।

चेन्नई सुपर किंग्स की टीम पांच मैचों की हार के बाद लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ मैदान पर उतरी थी। इन पांच हारों के बाद चेन्नई की टीम का आत्मविश्वास थोड़ा गिरा हुआ था और फैन्स के बीच धोनी को लेकर आलोचनाएँ तेज हो गई थीं। खासकर उस समय जब धोनी को बल्लेबाजी के लिए निचले क्रम पर भेजा गया और दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ हार के दौरान उनकी बल्लेबाजी में कोई स्पष्ट आक्रामकता देखने को नहीं मिली। फैन्स ने इस पर सवाल उठाए थे कि धोनी जैसे दिग्गज खिलाड़ी को निचले क्रम पर भेजने का क्या कारण था।

हालांकि, धोनी ने इस आलोचना का सही तरीके से जवाब दिया। लखनऊ के खिलाफ मैच में जब टीम को जीत के लिए 167 रनों की आवश्यकता थी, धोनी ने अपनी बल्लेबाजी का जादू दिखाया और 11 गेंदों पर नाबाद 26 रन बनाकर मैच को अपनी टीम के पक्ष में मोड़ दिया। धोनी की यह पारी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित हुई और उन्होंने अपनी टीम को पांच विकेट से शानदार जीत दिलाई।

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इयान बिशप ने धोनी की इस पारी को लेकर कहा कि इस तरह की प्रदर्शन से धोनी ने खुद को साबित किया कि वह अभी भी किसी भी मैच के नायक हो सकते हैं, चाहे उनकी उम्र 43 वर्ष हो चुकी हो। बिशप ने कहा कि इस जीत के बाद धोनी ने न केवल अपनी टीम के फैन्स को खुशी दी, बल्कि उन्होंने अपनी टीम के सभी खिलाड़ियों को भी आत्मविश्वास दिया।

बिशप ने यह भी कहा कि धोनी के लिए यह पारी अपने आलोचकों को शांत करने के साथ-साथ उन सभी फैन्स को भी लौटाने का एक तरीका था, जो चेन्नई की हारों के बाद धोनी को लेकर सवाल उठा रहे थे। धोनी की यह पारी उनके महान नेतृत्व और क्रिकेट के प्रति समर्पण को एक बार फिर से साबित करती है।

महेन्द्र सिंह धोनी की इस शानदार पारी ने यह साबित कर दिया कि उम्र और परिस्थितियाँ भले ही बदल जाएं, लेकिन एक खिलाड़ी की कड़ी मेहनत और उसकी मानसिक ताकत हमेशा उसे ऊँचाईयों तक पहुँचाती है। धोनी ने यह दिखाया कि वह अभी भी मैदान पर सबसे बेहतर और सबसे शांत कप्तान हैं। उन्होंने एक बार फिर यह साबित किया कि उनके पास मैच को संभालने की वह अद्भुत क्षमता है, जो उन्हें क्रिकेट के इतिहास के महानतम कप्तानों में से एक बनाती है।

इयान बिशप की यह टिप्पणी धोनी की कड़ी मेहनत और उनके अद्वितीय क्रिकेट कौशल की सराहना करती है। उनकी यह पारी न केवल चेन्नई सुपर किंग्स के लिए महत्वपूर्ण थी, बल्कि यह धोनी की एक और महानता को दर्शाती है, जो उन्हें क्रिकेट की दुनिया में हमेशा याद रखा जाएगा।

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