Impact Player Rule TV Viewers की Demand से आया है PBKS Coach Ricky Ponting का बड़ा बयान

इंडियन प्रीमियर लीग यानी में पिछले कुछ सीजन से लागू ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ नियम पर बहस लगातार जारी है। इस नियम को लेकर क्रिकेट जगत में अलग-अलग राय देखने को मिलती है। इसी कड़ी में अब पंजाब किंग्स के मुख्य कोच और ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने भी इस नियम पर अपनी बेबाक राय रखी है। पोंटिंग का मानना है कि यह विवादास्पद नियम काफी हद तक दर्शकों और टीवी पर मैच देखने वाली जनता की जरूरतों को पूरा करने के लिए लाया गया है।
यह ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ नियम आईपीएल में 2023 सीजन से लागू किया गया था। इस नियम के तहत, मैच के दौरान टीमें अपनी प्लेइंग इलेवन में शामिल किसी एक खिलाड़ी की जगह किसी 12वें खिलाड़ी को मैदान पर उतार सकती हैं, जो फिर बल्लेबाजी या गेंदबाजी कर सकता है। यह नियम खेल में एक नया सामरिक आयाम लेकर आया है, लेकिन इसके प्रभाव को लेकर क्रिकेट पंडितों और फैंस की प्रतिक्रियाएं मिली-जुली रही हैं।
मौजूदा आईपीएल 2025 सीजन में भी यह नियम बरकरार है। जहां कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि यह नियम भारतीय खिलाड़ियों के विकास के लिए फायदेमंद है क्योंकि इससे एक अतिरिक्त खिलाड़ी को मैच में खेलने का मौका मिलता है, वहीं दूसरी ओर, कई पूर्व खिलाड़ियों और विश्लेषकों ने इसकी आलोचना की है। आलोचकों का तर्क है कि इस नियम ने खेल से वास्तविक ऑलराउंडरों के प्रभाव को काफी हद तक कम कर दिया है, क्योंकि टीमें अब विशेषज्ञ बल्लेबाज या गेंदबाज को सीधे बदलने का विकल्प चुन सकती हैं, जिससे हरफनमौला खिलाड़ियों की भूमिका सीमित हो गई है।
अब इस बहस में शामिल होते हुए, पंजाब किंग्स के हेड कोच रिकी पोंटिंग ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक बातचीत में इस विषय पर अपनी राय व्यक्त की है। पोंटिंग ने इस नियम पर एक संतुलित लेकिन स्पष्ट दृष्टिकोण पेश किया, जिसमें उन्होंने कोचिंग और प्रसारण के नजरिए से अपने विचार रखे।
पोंटिंग ने कहा, एक कोच के तौर पर, मैं कहूंगा नहीं (इम्पैक्ट प्लेयर नियम के लिए)। लेकिन एक दर्शक के तौर पर, मैं शायद हां कहूंगा। उन्होंने आगे इस नियम के पीछे के संभावित कारणों पर प्रकाश डालते हुए कहा, ये फैसले अक्सर इस बात से प्रभावित होते हैं कि दर्शकों और टीवी के लिए सबसे अच्छा क्या है। मैं यह ब्रॉडकास्टिंग में काम करने के अनुभव से जानता हूं, हमारे बॉस हमेशा दर्शकों के लिए खेल के अनुभव या तमाशे को बेहतर बनाने के तरीकों के बारे में बात करते रहते हैं।
पोंटिंग का यह बयान इस नियम के पीछे की व्यावसायिक सोच को उजागर करता है। उनका मानना है कि खेल के शुद्धतावादी पहलू से इतर, प्रसारणकर्ता और आयोजक हमेशा खेल को दर्शकों के लिए अधिक आकर्षक बनाने के तरीकों की तलाश में रहते हैं, और इम्पैक्ट प्लेयर नियम इसी दिशा में एक कदम हो सकता है।
एक विश्व स्तरीय पूर्व खिलाड़ी और अब एक सफल कोच के रूप में रिकी पोंटिंग की राय काफी मायने रखती है। उनका यह कहना कि एक कोच के तौर पर वह इस नियम के पक्ष में नहीं हैं, यह दर्शाता है कि यह खेल की पारंपरिक संरचना और रणनीतियों को प्रभावित करता है। हालांकि, वह इसके व्यावसायिक और दर्शक-केंद्रित पहलू को भी स्वीकार करते हैं। यह बयान आईपीएल में नियमों के विकास और खेल पर पड़ने वाले बाहरी प्रभावों पर चल रही बहस को और हवा देगा।