ईशान किशन का विजय हजारे ट्रॉफी में धमाल चैंपियंस ट्रॉफी के लिए ठोकी दावेदारी
विजय हजारे ट्रॉफी में 23 दिसंबर को ईशान किशन ने मणिपुर के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करते हुए शतक जड़ा और झारखंड को 8 विकेट से जीत दिलाई। उनकी यह धमाकेदार पारी आगामी चैंपियंस ट्रॉफी के लिए टीम इंडिया में वापसी का दावा मजबूत कर सकती है।
ईशान किशन की धमाकेदार पारी
विकेटकीपर बल्लेबाज और सलामी खिलाड़ी ईशान किशन ने मणिपुर के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी में अपनी बल्लेबाजी का जलवा बिखेरा। ईशान ने 78 गेंदों में 134 रन बनाए, जिसमें 16 चौके और 6 छक्के शामिल थे। उनकी इस तूफानी पारी ने झारखंड को 28.3 ओवर में ही 255/2 रन बनाकर मुकाबला जीतने में मदद की। उनकी पारी का स्ट्राइक रेट 171.79 रहा, जो उनकी विस्फोटक बल्लेबाजी का प्रमाण है।
उनके साथी बल्लेबाज उत्कर्ष सिंह ने भी शानदार पारी खेली। उत्कर्ष ने 64 गेंदों में 68 रन बनाए, जिसमें 9 चौके और 1 छक्का शामिल था। दोनों बल्लेबाजों की उम्दा पारियों ने झारखंड को आसान जीत दिलाई।
मैच का हाल
मणिपुर ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 253/7 रन बनाए। मणिपुर की ओर से जाॉनसन ने 69 रन की उपयोगी पारी खेली। हालांकि, झारखंड के गेंदबाजों ने मणिपुर को बड़े स्कोर तक पहुंचने नहीं दिया। जवाब में झारखंड ने 28.3 ओवर में ही 255/2 रन बनाकर मुकाबला 8 विकेट से अपने नाम कर लिया।
चैंपियंस ट्रॉफी के लिए मजबूत दावा
ईशान किशन की इस धमाकेदार पारी ने आगामी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में भारतीय टीम में उनकी वापसी की संभावनाओं को बढ़ा दिया है। ईशान पहले भी एशिया कप 2023 और वनडे विश्व कप 2023 का हिस्सा रह चुके हैं। हालांकि, हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए उन्होंने अपनी उपलब्धता स्पष्ट नहीं की थी, जिसके कारण बीसीसीआई ने उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया था।
ईशान की यह पारी उनके करियर के लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकती है, क्योंकि उन्होंने अपनी क्षमता का प्रमाण देते हुए चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का मौका दिया है।
आगामी मेगा इवेंट के लिए तैयारी
ईशान किशन की यह फॉर्म चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम को मजबूत विकल्प प्रदान करती है। सनराइजर्स हैदराबाद द्वारा आईपीएल नीलामी में खरीदे जाने के बाद ईशान ने दिखा दिया है कि वह किसी भी प्रारूप में अपने प्रदर्शन से मैच का रुख बदल सकते हैं।
ईशान किशन का यह प्रदर्शन उनकी शानदार प्रतिभा और भारतीय क्रिकेट में उनकी अहमियत को फिर से रेखांकित करता है। भारतीय टीम में वापसी के लिए उनकी यह पारी मील का पत्थर साबित हो सकती है।