बाबर आजम को अरशद नदीम बनने में लगेंगे सालों!’ – पाकिस्तानी गोल्ड मेडलिस्ट से तुलना पर भड़के बासित अली
अरशद नदीम का ऐतिहासिक गोल्ड मेडल और पाकिस्तान में गर्व की लहर: पेरिस ओलंपिक 2024 में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने जेवलिन थ्रो में 92.97 मीटर तक भाला फेंककर गोल्ड मेडल जीतते हुए इतिहास रच दिया। 32 साल के लंबे इंतजार के बाद, अरशद ने पाकिस्तान के लिए ओलंपिक में मेडल जीतकर नया कीर्तिमान स्थापित किया। यह न केवल एथलेटिक्स में पाकिस्तान का पहला ओलंपिक गोल्ड मेडल है, बल्कि 1992 के ओलंपिक खेलों के बाद पाकिस्तान का पहला ओलंपिक मेडल भी है।
इस अद्वितीय उपलब्धि के बाद, पाकिस्तान में अरशद की तुलना राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के कप्तान बाबर आजम से की जा रही है। लेकिन इस तुलना ने पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर बासित अली को नाराज कर दिया है।
बासित अली का कड़ा बयान: ‘बाबर को अरशद बनने में लगेंगे सालों’
बासित अली ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “क्रिकेट और एथलेटिक्स दो अलग-अलग खेल हैं। अरशद नदीम ने जो काम इस देश के लिए किया है, उसे बाबर आजम के लिए दोहराना बहुत मुश्किल है। बाबर एक टीम गेम खेलता है, जबकि अरशद व्यक्तिगत रूप से खेलता है। उसने अकेले ही गोल्ड मेडल जीता।”
After 30 long years, the gold is back in Pakistan! Huge congratulations to @arshadnadeem29 for this incredible achievement. You've made the entire nation proud. 🏅🇵🇰 pic.twitter.com/db7OmugQvE
— Babar Azam (@babarazam258) August 8, 2024
तुलना कब हो सकती है सही?
बासित अली ने आगे कहा कि अगर 2028 के लॉस एंजिल्स ओलंपिक में क्रिकेट शामिल होता है और पाकिस्तान की टीम बाबर आजम की कप्तानी में गोल्ड मेडल जीतती है, तब जाकर इन दोनों की तुलना संभव हो सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि इस समय बाबर आजम की तुलना अरशद नदीम से करना उचित नहीं है, क्योंकि अरशद ने अपनी व्यक्तिगत प्रतिभा के दम पर देश को गर्वित किया है।
खिलाड़ियों की अपनी पहचान और योगदान
बासित अली का मानना है कि हर खिलाड़ी की अपनी पहचान और योगदान होता है, और उन्हें उनके प्रदर्शन के आधार पर ही आंका जाना चाहिए। बाबर आजम क्रिकेट के एक बड़े नाम हैं और उनकी उपलब्धियां भी कम महत्वपूर्ण नहीं हैं। लेकिन इस समय अरशद नदीम ने जो कारनामा किया है, वह उन्हें एक सच्चा हीरो बनाता है।
निष्कर्ष
पाकिस्तान के खेल जगत में अरशद नदीम और बाबर आजम दोनों ही महान खिलाड़ी हैं, लेकिन उनकी तुलना करना सही नहीं है। हर खेल और खिलाड़ी की अपनी विशेषता होती है, और उन्हें उनकी विशिष्टता के साथ सम्मानित किया जाना चाहिए।