LSG के किले में केकेआर के स्टार्क का घातक प्रहार पूरन की उम्मीदों पर फेरा पानी

लखनऊ के इकाना क्रिकेट स्टेडियम में, आईपीएल 2025 के एक महत्वपूर्ण मुकाबले में, कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने अपनी तूफानी गेंदबाजी से समां बांध दिया। मैच तब रोमांचक मोड़ पर था जब लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के धाकड़ बल्लेबाज निकोलस पूरन क्रीज़ पर जमे हुए थे और अपनी टीम को एक बड़े स्कोर की ओर ले जा रहे थे।
पूरन, अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं, एलएसजी की पारी को स्थिरता और गति प्रदान कर रहे थे। दर्शक हर गेंद पर उनके बल्ले से निकलने वाले बड़े शॉट का इंतजार कर रहे थे। लेकिन तभी, गेंदबाजी आक्रमण पर आए मिशेल स्टार्क ने अपनी विश्व स्तरीय प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए मैच का रुख पलट दिया।
यह एलएसजी की पारी का 12वां ओवर था। स्टार्क, अपनी लम्बी कद-काठी और तेज गति के लिए मशहूर, विकेट के चारों ओर से गेंदबाजी कर रहे थे। ओवर की दूसरी गेंद उन्होंने एक चतुर बदलाव के साथ फेंकी। यह एक धीमी गति की शॉर्ट पिच गेंद थी, जो बाएं हाथ के बल्लेबाज पूरन के शरीर की ओर आ रही थी।
पूरन, हमेशा की तरह पुल शॉट खेलने के लिए तैयार थे। उन्होंने बल्ला घुमाया, लेकिन गेंद की धीमी गति और अंदर की ओर आती हुई लाइन ने उन्हें चकमा दे दिया। बल्ले का निचला किनारा लगा और गेंद सीधे स्टंप्स पर जा टकराई। गिल्लियां बिखर गईं और पूरन হতप्रभ होकर क्रीज़ पर खड़े रह गए।
यह विकेट न केवल केकेआर के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता थी, बल्कि इसने मैच की दिशा भी बदल दी। पूरन, जो खतरनाक दिख रहे थे, अब पवेलियन लौट चुके थे। स्टार्क की इस शानदार गेंद ने एलएसजी के मध्यक्रम पर दबाव बना दिया।
स्टेडियम में सन्नाटा छा गया। एलएसजी के समर्थक निराशा में डूब गए, जबकि केकेआर के खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई। मिशेल स्टार्क, अपनी ट्रेडमार्क अंदाज में, शांत और गंभीर बने रहे, लेकिन उनकी आँखों में अपनी टीम के लिए एक महत्वपूर्ण विकेट लेने की चमक साफ दिखाई दे रही थी।
यह सिर्फ एक विकेट नहीं था, यह एक रणनीतिक जीत थी। स्टार्क ने न केवल एक खतरनाक बल्लेबाज को आउट किया, बल्कि एलएसजी की रन गति पर भी लगाम कस दी। उनकी यह गेंदबाज़ी का जादू दर्शकों के दिलों में लंबे समय तक बसा रहेगा।
मिशेल स्टार्क की यह कलात्मक गेंदबाज़ी उनकी वर्षों की अनुभव और कौशल का प्रमाण थी। उन्होंने सही समय पर गति में बदलाव किया और पूरन की कमजोरी का फायदा उठाया। यह एक ऐसा विकेट था जो किसी भी तेज गेंदबाज के लिए गर्व का क्षण होता।
इस विकेट के बाद, केकेआर के गेंदबाजों ने एलएसजी के बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखा और मैच में अपनी पकड़ मजबूत कर ली। मिशेल स्टार्क का यह महत्वपूर्ण विकेट अंततः केकेआर की जीत में एक निर्णायक कारक साबित हो सकता था। उनकी यह जादुई गेंदबाज़ी आईपीएल के इतिहास के यादगार पलों में दर्ज हो गई।
स्टार्क ने दिखाया कि क्यों उन्हें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में गिना जाता है। उनकी गति, स्विंग और चालाकी का मिश्रण किसी भी बल्लेबाज के लिए एक बड़ा खतरा है। निकोलस पूरन जैसे विस्फोटक बल्लेबाज को इस तरह से आउट करना उनकी प्रतिभा का उत्कृष्ट उदाहरण था। यह विकेट न केवल आंकड़ों में दर्ज हुआ, बल्कि इसने मैच की कहानी भी बदल दी।