MI ने टॉस जीता SRH को दिया पहले बल्लेबाजी का मौका: खराब शुरुआत से मुसीबत में टीम

और टीम को पहला बड़ा झटका तब लगा जब उनके स्टार बल्लेबाज ट्रैविस हेड को दूसरे ओवर में ट्रेंट बोल्ट ने केवल चार गेंदों पर डक पर आउट कर दिया। हेड की विकेट गिरने से SRH को तुरंत ही दबाव का सामना करना पड़ा, क्योंकि हेड पर टीम को बड़ी पारी खेलने की उम्मीद थी। उनका जल्दी आउट होना टीम के लिए एक बड़ा झटका था, और इससे SRH के बल्लेबाजों पर मानसिक दबाव बढ़ गया।
इसके बाद, इशान किशन का विकेट भी कुछ अजीब तरीके से गिरा। दीपक चहर ने तीसरे ओवर की पहली गेंद को लेग साइड पर फेंका, जो इशान किशन को लगता था कि उसने छेड़ा। किशन बिना अंपायर के फैसले का इंतजार किए बिना सीधे पवेलियन की ओर चल पड़े। हालांकि, MI के खिलाड़ी इस अपील में पूरी तरह से आत्मविश्वास में नहीं थे, और न ही वे पूरी तरह से यकीन कर पाए थे कि किशन ने गेंद को छेड़ा था। लेकिन जैसे ही अंपायर ने देखा कि किशन पिच से बाहर जा रहे हैं, उन्होंने उन्हें आउट दे दिया।
इस फैसले पर रिप्ले दिखाने के बाद यह स्पष्ट हो गया कि गेंद का किशन के बैट या ग्लव्स से कोई संपर्क नहीं हुआ था, और यह सीधे विकेटकीपर के हाथों में चली गई थी। रिप्ले ने यह साबित कर दिया कि किशन का विकेट गलत तरीके से दिया गया था। उन्होंने केवल 1 रन पर पवेलियन की ओर रुख किया और एक और निराशाजनक पारी का सामना किया। इस सीजन में उनकी फॉर्म भी अच्छी नहीं रही थी, और अब इस मैच में भी उनका प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया।
किशन का जल्दी आउट होना SRH के लिए एक और परेशानी का कारण बन गया। इस प्रकार की शुरुआती झटकों से टीम के बल्लेबाजी क्रम पर दबाव बढ़ जाता है। जब टीम के स्टार बल्लेबाज ही जल्दी आउट हो जाते हैं, तो बाकी बल्लेबाजों पर अपने प्रदर्शन को सुधारने का दबाव बन जाता है। SRH के लिए यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है कि वे अपने मध्यक्रम और निचले क्रम के बल्लेबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद करें, ताकि वे अपनी स्थिति को संभाल सकें।
इस मैच में, SRH की बल्लेबाजी पूरी तरह से मुश्किल में नजर आई, और इस तरह के फैसलों से उनकी स्थिति और भी कमजोर हो गई। किशन का आउट होना और उनका इस सीजन में लगातार खराब प्रदर्शन, SRH के लिए चिंता का विषय बन गया है। अब उनकी टीम को अपनी आगामी मैचों में सुधार की जरूरत है, ताकि वे अपने प्लेऑफ की उम्मीदों को जिंदा रख सकें।