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एक अनार, लाल-लाल,
खट्टा-मीठा, बड़ा कमाल।
दाने उसके, मोती जैसे,
खाओ तो, हो जाओगे जैसे।
एक अनार, सेहत का राज,
खाओ इसको, हर दिन आज।
एक आम, पीला-पीला,
गर्मी में, खूब रसीला।
फलों का राजा, कहते हैं,
सभी बच्चे, उसे ही लेते हैं।
एक आम, बड़ा ही प्यारा,
खाओ इसे, बनो सबसे न्यारा।
इमली खट्टी, लगती चटपटी,
पानी आता, मुंह में झटपट।
इमली है, विटामिन से भरी,
खाओ इसे, हर बात बनी।
ईख मीठी, लगती प्यारी,
शरबत इसका, खूब सुखकारी।
ईख का रस, सबको भाए,
प्यार से सब, इसको गाएं।
उल्लू रात में, जागे रहता,
सूरज से तो, दूर ही रहता।
उल्लू की आँखें, गोल-गोल,
देखो इसको, न करो शोर।
ऊन से स्वेटर, मम्मी बुनती,
ठंड में हमें, गर्माहट चुनती।
ऊन है देखो, भेड़ से आता,
सर्दी में हमको, खूब भाता।
ऋषि तपस्या, करते ध्यान,
ज्ञान देते, सबको मान।
ऋषि-मुनि का, आदर करें,
अच्छी बातें, हम सब भरें।
एक तारा, चमके रात में,
ऊपर गगन में, अपनी बात में।
एक है भगवान, सबका दाता,
सबको जीवन, वो ही देता।
ऐनक दादा, पहनते हैं,
दूर की चीज़ें, वो ही देखते हैं।
ऐनक से आँखें, दिखती साफ़,
बिना इसके, सब बेसाफ़।
ओखली में, धान कूटते,
मम्मी-दादी, काम करती।
ओखली है, घर की शान,
इसमें कुटता, हर अनाज।
औजार से काम, करते लोग,
बनाते कुछ भी, मिटाते रोग।
औजार की शक्ति, बड़ी निराली,
काम करे, हर मुश्किल वाली।
अंगूर है, मीठा फल,
खट्टा-मीठा, उसका जल।
अंगूर खाओ, हो जाओगे ताकतवर,
खेलोगे कूदोगे, बनोगे नटवर।
आहा! कितना, मीठा फल,
खुशी से खाओ, हर एक पल।
अहा! कितना, अच्छा गाना,
मिलकर गाओ, हर एक ज़माना।