IPL 2025 में रविचंद्रन अश्विन की CSK में वापसी: ₹9.75 करोड़ के दिग्गज की फिर से एंट्री Eden Gardens में KKR के खिलाफ

आईपीएल 2025 में एक बार फिर चेन्नई सुपर किंग्स के रंग में रंगे नजर आए भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन। बुधवार, 7 मई को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ ईडन गार्डन्स में खेले गए मुकाबले में उन्होंने सीएसके की प्लेइंग इलेवन में वापसी की। पिछले तीन मैचों से टीम से बाहर चल रहे अश्विन को एक बार फिर मौका मिला है, और यह वापसी फैंस के बीच चर्चा का विषय बन गई है।
38 वर्षीय अश्विन को आईपीएल 2025 की नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स ने ₹9.75 करोड़ में खरीदा था। इस रकम ने साफ कर दिया था कि फ्रेंचाइज़ी उनके अनुभव और स्पिन कौशल पर कितना भरोसा जताती है। यह उनका CSK के साथ दूसरा कार्यकाल है, और उनकी वापसी को “होमकमिंग” के तौर पर देखा जा रहा था, क्योंकि अश्विन ने अपने करियर की शुरुआत भी सीएसके के साथ ही की थी।
रविचंद्रन अश्विन ने इस सीजन में मुंबई इंडियंस (MI) के खिलाफ खेले गए मुकाबले में 4 ओवर में केवल 25 रन दिए थे, हालांकि उन्हें कोई विकेट नहीं मिला था। बावजूद इसके उन्होंने एक कसी हुई गेंदबाज़ी से टीम को मजबूती दी थी। इसके बाद उन्हें लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) के खिलाफ टीम से बाहर कर दिया गया — यह उनके लिए सीजन का पहला बाहर बैठना था। लगातार तीन मुकाबलों से बाहर रहने के बाद अब अश्विन को फिर से मैदान में उतारा गया है।
चेन्नई सुपर किंग्स के थिंक टैंक का यह निर्णय कि अश्विन को दोबारा मौका दिया जाए, यह दिखाता है कि वे अनुभव को कितना महत्व देते हैं। खास तौर पर ईडन गार्डन्स की स्पिन फ्रेंडली पिच पर अश्विन जैसे गेंदबाज की भूमिका बेहद अहम मानी जाती है।
ईडन गार्डन्स की बात करें, तो अश्विन का इस मैदान पर रिकॉर्ड प्रभावशाली रहा है। चाहे इंटरनेशनल क्रिकेट हो या आईपीएल, उन्होंने यहां पर बल्लेबाजों को अपनी चतुराई से कई बार फंसाया है। इसी रणनीति के तहत धोनी और कोचिंग स्टाफ ने उन्हें KKR के खिलाफ मुकाबले में उतारा।
सीएसके के लिए यह मुकाबला बेहद अहम है क्योंकि प्लेऑफ की रेस अब और भी रोमांचक होती जा रही है। ऐसे में अनुभवी खिलाड़ियों की मौजूदगी टीम को रणनीतिक बढ़त दिला सकती है। रविचंद्रन अश्विन का अनुभव और शांत स्वभाव मुश्किल समय में टीम के लिए संबल बन सकता है।
इस सीजन में चेन्नई की गेंदबाजी यूनिट में पहले से ही बदलाव देखे गए हैं। दीपक चाहर की फिटनेस, तुषार देशपांडे की फॉर्म और पथिराना की वैरायटी के बीच अब अश्विन की वापसी से टीम को संतुलन मिल सकता है। वे पावरप्ले में कंट्रोल देने के साथ-साथ मिडिल ओवर्स में विकेट निकालने में भी माहिर हैं।
अश्विन का ये कदम न केवल सीएसके के लिए बल्कि उनके खुद के करियर के लिए भी अहम है। 38 साल की उम्र में जहां अधिकतर खिलाड़ी रिटायरमेंट की राह देख रहे होते हैं, वहीं अश्विन अब भी आईपीएल जैसे तेज़-तर्रार टूर्नामेंट में अपने लिए जगह बना रहे हैं। इससे युवा गेंदबाजों को भी प्रेरणा मिलती है।
क्या अश्विन अपनी वापसी को यादगार बना पाएंगे? क्या वे धोनी की कप्तानी में फिर से चमक बिखेरेंगे? फैन्स को अब उनके हर ओवर का इंतजार रहेगा।
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