RCB के All-rounder Liam Livingstone को Rajasthan के खिलाफ Match में फिर से नहीं मिली Playing XI में जगह

यह मुकाबला गुरुवार, 24 अप्रैल को खेला गया। टीम के कप्तान रजत पाटीदार ने टॉस के बाद जानकारी दी कि टीम पिछले मैच वाली ही संयोजन के साथ मैदान पर उतरेगी, जिसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है।
लिविंगस्टोन को पिछले मैच में भी नहीं खिलाया गया था, जो पंजाब के विरुद्ध 20 अप्रैल को मुल्लांपुर में खेला गया था। उस मैच में भी वह न केवल अंतिम ग्यारह से बाहर थे, बल्कि ‘प्रभाव खिलाड़ी’ सूची में भी उनका नाम नहीं था। ठीक यही स्थिति राजस्थान के विरुद्ध मुकाबले में भी दोहराई गई। उनकी जगह टीम में वेस्ट इंडीज़ के रोमारियो शेफर्ड को शामिल किया गया, जिन्होंने इस मैच से रॉयल चैलेंजर्स की ओर से अपनी पारी की शुरुआत की।
लिविंगस्टोन का इस सत्र में प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा है। उन्होंने अब तक कुल सात मुकाबलों में केवल 87 रन बनाए हैं। उनका सर्वाधिक स्कोर गुजरात के विरुद्ध बेंगलुरु में आया था, जहाँ उन्होंने 40 गेंदों में 54 रनों की पारी खेली थी। यह उनकी एकमात्र उल्लेखनीय पारी रही, इसके बाद लगातार तीन मुकाबलों में वे एकल अंक में ही आउट हो गए। उनके इस खराब प्रदर्शन को देखते हुए टीम प्रबंधन ने उन्हें बाहर करने का निर्णय लिया।
रॉयल चैलेंजर्स की टीम इस समय टूर्नामेंट में संघर्ष कर रही है और प्रत्येक मैच उनके लिए काफी महत्वपूर्ण हो गया है। ऐसे में टीम उन खिलाड़ियों को प्राथमिकता दे रही है, जो इस समय बेहतर फॉर्म में हैं और जीत दिलाने में योगदान दे सकते हैं। यही कारण है कि लिविंगस्टोन जैसे अनुभवी खिलाड़ी को भी टीम से बाहर रखा गया है।
रोमारियो शेफर्ड को टीम में शामिल करना एक रणनीतिक निर्णय माना जा रहा है। वे गेंदबाज़ी के साथ-साथ आक्रामक बल्लेबाज़ी में भी योगदान दे सकते हैं। टीम को उम्मीद है कि शेफर्ड जैसे नए खिलाड़ियों की ऊर्जा और प्रदर्शन से वह टूर्नामेंट में वापसी कर सकेगी।
लिविंगस्टोन जैसे खिलाड़ी के लिए यह समय आत्ममंथन का है। यदि उन्हें फिर से टीम में जगह बनानी है, तो उन्हें अपनी तकनीक और मानसिकता दोनों पर काम करना होगा। प्रशिक्षण सत्रों में अच्छा प्रदर्शन कर और आत्मविश्वास के साथ वापसी कर ही वह टीम में अपनी जगह पुनः सुनिश्चित कर सकते हैं।