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रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा सुनील गावस्कर की 2012 की भविष्यवाणी हुई सच

 

भारतीय क्रिकेट के दो महान स्तंभ—रोहित शर्मा और विराट कोहली—ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करके एक युग का अंत कर दिया है। दोनों दिग्गजों ने एक सप्ताह के भीतर ही यह बड़ा फैसला लिया, जिससे भारतीय क्रिकेट फैंस के दिलों में भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा है। अब ये दोनों सितारे सिर्फ वनडे प्रारूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे, जबकि उन्होंने जून 2024 में टी20 क्रिकेट को भी अलविदा कह दिया था।

रोहित शर्मा (38) और विराट कोहली (36) ने पिछले 15 वर्षों में भारतीय बल्लेबाज़ी को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। इन्होंने टेस्ट क्रिकेट को उस दौर में नई पहचान दी, जब भारत को राहुल द्रविड़, वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर जैसे दिग्गजों की विदाई का सामना करना पड़ा था।

2012 में सुनील गावस्कर ने किया था भविष्य का ऐलान

आज जब हम रोहित और विराट के ऐतिहासिक करियर को देखते हैं, तो हमें साल 2012 की वो कमेंट्री याद आती है, जब भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सुनील गावस्कर ने एशिया कप के दौरान भविष्यवाणी की थी।

बांग्लादेश में खेले गए उस मैच में गावस्कर ने साथी कमेंटेटर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन से कहा था:

“शिवा, मुझे लगता है कि हमने भारत की बल्लेबाज़ी के भविष्य की झलक देखी है। राहुल द्रविड़ ने हाल ही में संन्यास लिया है, और हमें नहीं पता कि सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण कितने दिन और खेलेंगे। लेकिन यह जोड़ी—रोहित और विराट—भविष्य की नींव हैं।”

गावस्कर की यह बात आज बिलकुल सच साबित हुई है। रोहित और विराट न सिर्फ भविष्य बने, बल्कि एक युग के प्रतिनिधि भी रहे।

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विराट कोहली का टेस्ट करियर

विराट कोहली ने 111 टेस्ट मैचों में 8,848 रन बनाए, जिसमें 29 शतक और 29 अर्धशतक शामिल हैं। उनकी आक्रामक कप्तानी और दमदार फिटनेस ने भारतीय टीम को विदेशी सरजमीं पर जीत दिलाने में मदद की। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका में उनकी पारियां आज भी याद की जाती हैं।

रोहित शर्मा: देरी से शुरुआत, लेकिन दमदार अंत

रोहित शर्मा ने 2013 में टेस्ट डेब्यू किया और एक दशक से भी कम समय में खुद को एक सफल ओपनर के रूप में स्थापित किया। उन्होंने 56 टेस्ट मैचों में 4,188 रन बनाए और अपने लाजवाब शॉट्स के लिए हमेशा प्रशंसा बटोरी। बतौर कप्तान उन्होंने टीम इंडिया को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल तक पहुंचाया।

भारतीय क्रिकेट में एक नई शुरुआत

अब जबकि ये दोनों दिग्गज टेस्ट क्रिकेट से विदा ले चुके हैं, भारतीय टीम एक नए युग में प्रवेश कर रही है। युवा बल्लेबाज़ों के कंधों पर अब जिम्मेदारी होगी कि वे इस विरासत को आगे बढ़ाएं।


 

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