मुंबई इंडियंस की शानदार जीत में रोहित शर्मा की Strategic Brilliance हरभजन सिंह ने की जमकर तारीफ

नई दिल्ली। आईपीएल 2025 के रोमांचक मुकाबले में 13 अप्रैल को दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए मैच में मुंबई इंडियंस ने दिल्ली कैपिटल्स को 12 रनों से हराकर टूर्नामेंट की एक यादगार जीत दर्ज की। यह मुकाबला ना सिर्फ मुंबई इंडियंस के लिए अहम साबित हुआ, बल्कि पूर्व कप्तान रोहित शर्मा की रणनीतिक चतुराई और क्रिकेट की समझ ने भी इस जीत को विशेष बना दिया। इस मैच में रोहित शर्मा ने भले ही मैदान पर गेंदबाजी के दौरान अपनी जगह कर्ण शर्मा को दी हो, लेकिन वह खेल से एक पल को भी दूर नहीं हुए और मैदान के बाहर से अपनी उपस्थिति और समझदारी से खेल की दिशा को ही बदल दिया।
इस मैच में सबसे खास बात यह रही कि मैच के दौरान ओस के कारण गेंदबाजों को गेंद ग्रिप करने में दिक्कत आ रही थी। ऐसे में रोहित शर्मा ने कप्तान हार्दिक पंड्या और स्पिनर कर्ण शर्मा को इशारा करके गेंद बदलने की रणनीति अपनाई, जो अंततः मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। रोहित की इस सूझबूझ की हरभजन सिंह जैसे अनुभवी क्रिकेटर ने भी जमकर तारीफ की और उन्हें एक रणनीतिक कप्तान और बेहतरीन टीम मेंटर बताया।
पहली पारी: मुंबई इंडियंस की दमदार बल्लेबाज़ी
मैच में पहले बल्लेबाजी करने उतरी मुंबई इंडियंस की शुरुआत शानदार रही। ओपनर्स ने तेज़ शुरुआत करते हुए पहले 6 ओवरों में ही 60 रन जोड़ दिए। टीम के मध्यक्रम ने भी इस लय को बरकरार रखा और अंतिम ओवरों में ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हुए स्कोर को 200 के पार पहुंचाया। सूर्यकुमार यादव, तिलक वर्मा और टिम डेविड की आक्रामक पारियों के बदौलत मुंबई इंडियंस ने निर्धारित 20 ओवरों में 205 रन का मजबूत स्कोर खड़ा किया।
दिल्ली कैपिटल्स के गेंदबाज़ इस पारी में संघर्ष करते नज़र आए। लगातार ओस के कारण गेंद गीली हो रही थी और फील्डिंग में भी कई मिसफील्ड और कैच ड्रॉप देखने को मिले। हालांकि कुलदीप यादव और मुकेश कुमार ने कुछ हद तक प्रयास किया लेकिन मुंबई के बल्लेबाज़ों का दबदबा पूरे 20 ओवर तक बना रहा।
दूसरी पारी: करुण नायर का धमाका, लेकिन रोहित की चतुराई भारी
206 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स की शुरुआत थोड़ी धीमी रही, लेकिन तीसरे ओवर के बाद करुण नायर ने पूरी बाजी पलट दी। उन्होंने सिर्फ 40 गेंदों में 89 रनों की विस्फोटक पारी खेली और पावरप्ले से लेकर मध्य ओवरों तक गेंदबाज़ों पर हावी रहे। 12 ओवर के बाद दिल्ली का स्कोर 135/2 था और ऐसा लग रहा था कि वे आसानी से यह लक्ष्य हासिल कर लेंगे।
लेकिन यहीं पर कहानी में आया मोड़। 13वें ओवर की समाप्ति के बाद जब गेंद पूरी तरह ओस से भीग चुकी थी और स्पिनर्स को कोई टर्न नहीं मिल रहा था, तब रोहित शर्मा ने मैदान के बाहर से हस्तक्षेप किया। उन्होंने कप्तान हार्दिक पंड्या और ऑन-फील्ड अंपायर्स को संकेत देकर गेंद बदलने की मांग की। नए बीसीसीआई नियमों के तहत अगर मैदान पर भारी ओस हो तो 10वें ओवर के बाद गेंद बदली जा सकती है।
गेंद बदली गई, और परिणामस्वरूप अगले ही ओवर में कर्ण शर्मा ने करुण नायर को एक शानदार गुगली पर क्लीन बोल्ड कर दिया। नायर के आउट होते ही दिल्ली की पारी लड़खड़ा गई। गेंदबाज़ों को नई गेंद से ग्रिप मिलनी शुरू हो गई और स्लॉग ओवर में दिल्ली की टीम रन बनाने के लिए संघर्ष करती रही।
हरभजन सिंह ने की रोहित की तारीफ
मैच के बाद स्टार स्पोर्ट्स पर बातचीत करते हुए भारत के पूर्व ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने रोहित शर्मा की क्रिकेटिंग समझ और अनुभव की प्रशंसा की। हरभजन ने कहा, “रोहित भले ही कप्तान नहीं हैं, लेकिन उनकी मौजूदगी ही टीम को मजबूती देती है। उन्होंने जिस तरह से ओस के कारण गेंद बदलवाने की बात कही और कप्तान को संकेत दिया, उससे मैच का पूरा रुख बदल गया।”
हरभजन ने यह भी कहा कि रोहित हमेशा से ही ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जो मैदान पर और बाहर, दोनों जगह अपनी भूमिका बखूबी निभाते हैं। वह खिलाड़ियों को पढ़ने की कला में माहिर हैं और परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लेने में सक्षम हैं।
नई बीसीसीआई नीति ने बदला खेल
आईपीएल 2025 से पहले बीसीसीआई ने एक महत्वपूर्ण नियम में बदलाव किया था। अब यदि किसी भी मैच में भारी ओस की स्थिति बनती है तो गेंदबाज़ी करने वाली टीम 10वें ओवर के बाद गेंद बदलने की मांग कर सकती है। यह नियम खास तौर पर शाम के मैचों में प्रभावी है, जहां ओस से गेंदबाज़ों को असुविधा होती है।
इस नियम का पहला प्रभावी और चर्चित उपयोग इसी मैच में देखने को मिला, जब रोहित शर्मा ने इस मौके का भरपूर फायदा उठाया और मैच को अपने पक्ष में मोड़ दिया। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि इस नियम से खेल में संतुलन बना रहेगा, खासकर दूसरी पारी में जब ड्यू फैक्टर हावी रहता है।
मैच के बाद की प्रतिक्रिया
मैच के बाद मुंबई इंडियंस के कप्तान हार्दिक पंड्या ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “रोहित भाई हमेशा से टीम का मार्गदर्शन करते हैं। उनके अनुभव से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है। गेंद बदलने का फैसला पूरी टीम की रणनीति का हिस्सा था और इसका श्रेय रोहित को जाता है।”
वहीं दिल्ली के कप्तान ऋषभ पंत ने भी स्वीकार किया कि करुण नायर के आउट होने के बाद टीम पर दबाव बढ़ गया और नई गेंद ने स्पिनर्स को सहायता दी, जिसका फायदा मुंबई ने उठाया।
करुण नायर की पारी पर चर्चा
हालांकि दिल्ली को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन करुण नायर की पारी ने सभी का दिल जीत लिया। लंबे समय बाद आईपीएल में वापसी कर रहे इस बल्लेबाज़ ने यह दिखा दिया कि उनके अंदर अभी भी मैच जिताने की क्षमता है। उनकी बल्लेबाज़ी की खास बात थी उनका आत्मविश्वास और शॉट सिलेक्शन। उन्होंने कवर ड्राइव्स, स्वीप और पुल शॉट्स का ऐसा मिश्रण पेश किया जो किसी भी दर्शक को रोमांचित कर दे।
: रोहित की सोच ने फिर दिलाई जीत
इस मैच ने एक बार फिर साबित कर दिया कि अनुभव और रणनीतिक सूझबूझ क्रिकेट में कितना अहम रोल निभाते हैं। रोहित शर्मा भले ही इस समय टीम के नियमित कप्तान न हों, लेकिन उनकी भूमिका उतनी ही महत्वपूर्ण है जितनी कि कप्तान की होती है। गेंद बदलवाने का निर्णय एक सामान्य दर्शक के लिए मामूली लग सकता है, लेकिन इसकी टाइमिंग