कभी-कभी खिलाड़ी से कहना पड़ता है – चाय पी और बाहर बैठ रोहित शर्मा के मज़ेदार इंटरव्यू पर फैंस लोटपोट

भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल सीमित ओवरों के कप्तानों में से एक रोहित शर्मा ने हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान अपनी कप्तानी अनुभव को लेकर कुछ ऐसा कहा कि इंटरनेट पर मज़ेदार मीम्स और प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आ गई। 38 वर्षीय इस दिग्गज बल्लेबाज़ ने अपने दिलचस्प अंदाज़ में बताया कि कैसे कप्तान को कभी-कभी टीम में मुश्किल फैसले लेने पड़ते हैं – और वही बयान अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
वरिष्ठ खेल पत्रकार विमल कुमार से बातचीत करते हुए रोहित ने कहा,
“कभी-कभी खिलाड़ी से कहना पड़ता है – भाई, आज तू चाय पी और बाहर बैठ!”
इस मज़ाकिया टिप्पणी पर सिर्फ इंटरव्यूअर ही नहीं, बल्कि सोशल मीडिया यूज़र्स भी हँसी से लोटपोट हो गए। ट्विटर और इंस्टाग्राम पर यह लाइन तेजी से वायरल हो रही है और फैंस रोहित की इस सच्चाई और ह्यूमर से भरी कप्तानी स्टाइल को खूब पसंद कर रहे हैं।
रोहित शर्मा ने इंटरव्यू के दौरान कप्तानी के दबाव और ज़िम्मेदारियों को भी खुलकर साझा किया। उन्होंने कहा कि एक कप्तान का काम सिर्फ रणनीति बनाना नहीं है, बल्कि खिलाड़ियों से कड़े फैसले भी लेना होता है — खासकर तब, जब किसी प्लेयर को प्लेइंग इलेवन से बाहर रखना हो।
अब रिटायर हो चुके हैं टेस्ट और T20I से
रोहित शर्मा ने हाल ही में टेस्ट और T20I फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा की थी। उन्होंने भारत को 2024 में T20 वर्ल्ड कप जिताया और 2025 की शुरुआत में चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब भी दिलाया। उनकी कप्तानी में भारतीय सीमित ओवरों की टीम ने नई ऊंचाइयां छुईं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनका रिकॉर्ड उतना प्रभावशाली नहीं रहा।
विशेषकर घरेलू टेस्ट सीरीज़ में न्यूजीलैंड के खिलाफ 3-0 की हार ने उनकी कप्तानी पर सवाल खड़े किए थे। हालांकि, रोहित ने इंटरव्यू में बताया कि हार और जीत खेल का हिस्सा है, और कप्तान के तौर पर उनका उद्देश्य टीम को हर हाल में बेस्ट रिज़ल्ट देना होता है।
सोशल मीडिया पर फैन्स का रिएक्शन
जैसे ही यह इंटरव्यू का क्लिप सोशल मीडिया पर आया, फैंस ने मीम्स और जोक्स की झड़ी लगा दी। ट्विटर पर #ChaiPiAurBaaharBaith ट्रेंड करने लगा और इंस्टाग्राम रील्स में भी यह डायलॉग तेजी से वायरल हो रहा है। कई यूज़र्स ने इसे रोहित की “कैप्टेंसी की फिलॉसफी” करार दिया, तो कईयों ने लिखा कि “यही वजह है कि रोहित सबका फेवरेट है।”
रोहित शर्मा की यह मज़ाकिया लेकिन सच्ची बात क्रिकेट के उस पहलू को दिखाती है, जो अक्सर कैमरों से दूर रह जाता है — खिलाड़ियों के साथ बातचीत, उन्हें समझाना, और टीम के लिए सही निर्णय लेना।