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एक जंगल की कहानी
एक घने जंगल में, एक छोटा, शरारती बंदर रहता था जिसका नाम चिंटू था। चिंटू हमेशा नई-नई शरारतें करता रहता था और अपने दोस्तों को खूब हँसाता था। उसके दोस्त थे एक मोटा, आलसी भालू जिसका नाम भोलू था, एक तेज़ खरगोश जिसका नाम चीकू था, और एक सुंदर, गाने वाली चिड़िया जिसका नाम मीठी था।
एक दिन, जंगल में एक नया जानवर आया – एक बड़ा और डरावना शेर जिसका नाम शेरू था। शेरू बहुत अहंकारी था और सोचता था कि वह जंगल का राजा है। वह हर किसी को डराता था और कोई भी उससे बात करने की हिम्मत नहीं करता था। चिंटू को शेरू का घमंड बिल्कुल पसंद नहीं आया।
चिंटू ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर शेरू को सबक सिखाने की योजना बनाई। उसने सोचा कि वे शेरू को यह दिखाएंगे कि जंगल में हर जानवर महत्वपूर्ण है, न कि केवल वह।
सबसे पहले, चिंटू ने भोलू को शेरू के रास्ते में एक बड़ा सा शहद का छत्ता रखने के लिए कहा। भोलू, जो शहद का बहुत शौकीन था, खुशी-खुशी मान गया। जैसे ही शेरू उस रास्ते से गुजरा, उसने शहद की मीठी गंध महसूस की। वह छत्ते के पास गया और जैसे ही उसने उसमें से शहद निकालने की कोशिश की, मधुमक्खियों ने उसे घेर लिया और काट लिया। शेरू दर्द से कराह उठा और भाग खड़ा हुआ।
अगले दिन, चिंटू ने चीकू को शेरू के छिपने की जगह के पास कुछ तेज़ मिर्ची वाले फल रखने के लिए कहा। चीकू, जो बहुत तेज़ दौड़ता था, जल्दी से फल रख आया। जब शेरू भूख से अपनी जगह पर लौटा, तो उसने उन फलों को खा लिया। मिर्च इतनी तेज़ थी कि शेरू की आँखों से पानी बहने लगा और वह खाँसी से बेहाल हो गया। वह फिर से परेशान होकर भाग गया।
चिंटू जानता था कि शेरू को अब तक गुस्सा आ गया होगा। उसने मीठी से मदद मांगी। मीठी, जिसकी आवाज़ बहुत मीठी थी, एक पेड़ पर बैठ गई जहाँ शेरू अक्सर आराम करता था। जब शेरू वहाँ आया, तो मीठी ने एक बहुत ही दुखद गाना गाना शुरू कर दिया। गाने में जंगल के सभी जानवरों की एकता और दोस्ती के बारे में था।
शेरू ने गाना सुना और सोचने लगा। उसने महसूस किया कि वह अकेला था और कोई भी उसे पसंद नहीं करता था। उसे अपनी गलतियों का एहसास हुआ।
अगले दिन, शेरू ने चिंटू और उसके दोस्तों के पास जाकर माफ़ी मांगी। उसने कहा कि वह अब जंगल का राजा नहीं बनना चाहता, बल्कि एक अच्छा दोस्त बनना चाहता है। चिंटू और उसके दोस्त खुश हुए और उन्होंने शेरू को माफ़ कर दिया।
उस दिन के बाद, शेरू जंगल का एक अच्छा दोस्त बन गया। वह अब किसी को नहीं डराता था और सभी जानवरों के साथ खेलता था। जंगल में फिर से शांति और खुशी लौट आई। चिंटू और उसके दोस्तों ने मिलकर जंगल को एक बेहतर जगह बना दिया था।
नैतिक शिक्षा: घमंड हमेशा पतन की ओर ले जाता है। सच्ची खुशी और ताकत दोस्ती और एकता में है।