VIRAT KOHLI ने टेस्ट क्रिकेट को कहा अलविदा एक युग का हुआ अंत

भारतीय क्रिकेट में एक ऐतिहासिक अध्याय सोमवार, 12 मई 2025 को समाप्त हो गया जब विराट कोहली ने इंस्टाग्राम के जरिए अपने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की। 36 वर्षीय कोहली ने पहले ही 2024 में टी20 वर्ल्ड कप जीतने के दिन टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया था और अब वह केवल वनडे फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व करते नजर आएंगे।
विराट कोहली का टेस्ट क्रिकेट से संन्यास सिर्फ एक खिलाड़ी के करियर का अंत नहीं है, बल्कि यह भारतीय क्रिकेट के एक स्वर्णिम युग का समापन भी है। 2011 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण करने वाले कोहली ने 100 से अधिक टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए कई ऐतिहासिक पारियां खेलीं। उन्होंने कप्तानी में भारत को विदेशों में जीत दिलाई, ऑस्ट्रेलिया को उसकी सरज़मीं पर हराया और भारतीय टेस्ट टीम को विश्व की नंबर 1 रैंकिंग तक पहुंचाया।
उनका टेस्ट क्रिकेट में योगदान सिर्फ आंकड़ों तक सीमित नहीं रहा, बल्कि उन्होंने युवाओं को मैदान पर जज़्बा, फिटनेस और अनुशासन का असली मतलब समझाया। कोहली का आक्रामक खेल और अग्रेसिव नेतृत्व भारतीय क्रिकेट की पहचान बन गया। उनके द्वारा बनाए गए बेंचमार्क आने वाले खिलाड़ियों के लिए मापदंड बन चुके हैं।
कोहली की टेस्ट से विदाई ने भारतीय क्रिकेट में एक खालीपन पैदा कर दिया है, जिसे भर पाना आसान नहीं होगा। मैदान पर उनकी उपस्थिति, संघर्ष की भावना और जीत की भूख ने उन्हें टीम इंडिया की रीढ़ बना दिया था। उन्होंने न केवल एक क्रिकेटर के रूप में बल्कि एक प्रेरक नेता के रूप में भी कई युवा खिलाड़ियों के करियर को आकार दिया।
सोशल मीडिया पर कोहली के संन्यास की खबर के बाद फैंस, क्रिकेटर और एक्सपर्ट्स की प्रतिक्रियाएं उमड़ पड़ीं। ट्विटर पर #ThankYouVirat, #KingKohli, और #TestCricketLegend जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे। कई पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों ने कोहली को टेस्ट क्रिकेट के सबसे बड़े चेहरों में से एक बताया और उनकी सेवाओं को भारतीय क्रिकेट के लिए अमूल्य माना।
कोहली का यह निर्णय हालांकि क्रिकेट प्रेमियों के लिए भावनात्मक रहा, लेकिन उन्होंने खुद इसे एक “सोच-समझा फैसला” बताया है ताकि वह अपने शरीर को वनडे क्रिकेट के लिए बेहतर तरीके से तैयार कर सकें और 2027 वर्ल्ड कप में भारत को जीत दिलाने का सपना पूरा कर सकें।
एक नजर विराट कोहली के टेस्ट करियर पर:
- टेस्ट मैच: 113
- रन: 8676
- औसत: 49.29
- शतक: 29
- कप्तानी में जीत: 40 (भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान)
उनकी बेजोड़ फिटनेस, जुझारूपन और टीम के लिए खेलने की भावना उन्हें आने वाले सालों तक यादगार बनाए रखेगी।