विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से लिया संन्यास श्रीयंका पाटिल ने इंस्टाग्राम पर लिखी दिल छूने वाली श्रद्धांजलि

दिल्ली से निकलकर भारतीय क्रिकेट के शिखर तक पहुंचने वाले विराट कोहली ने सोमवार, 12 मई 2025 को आधिकारिक तौर पर टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। कोहली ने अपनी अद्वितीय बल्लेबाजी के लिए पूरे क्रिकेट जगत में एक अमिट छाप छोड़ी है। उन्होंने 123 टेस्ट मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया और 9,230 रन बनाए, जिनमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। उनकी टेस्ट क्रिकेट में औसत 46.85 की रही, जो एक बल्लेबाज के लिए बेहद प्रभावशाली है।
विराट कोहली की टेस्ट क्रिकेट यात्रा
कोहली ने अपने करियर के दौरान कई यादगार पारियां खेलीं। उनकी सबसे बड़ी पारी 254 रन की रही, जो उन्होंने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ खेली थी। यह पारी न केवल उनके तकनीकी कौशल को दर्शाती है, बल्कि उनकी मेहनत और समर्पण को भी प्रदर्शित करती है। टेस्ट क्रिकेट में कोहली की स्थिरता और निरंतरता उन्हें अन्य क्रिकेटरों से अलग करती है।
विराट कोहली के नेतृत्व में भारत ने कई अहम टेस्ट सीरीज जीती, और उनकी कप्तानी में भारत ने विदेशी धरती पर भी सफलता प्राप्त की। 2018 में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जीतकर ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की थी, और कोहली की कप्तानी में भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भी प्रवेश किया। उनकी कप्तानी और बल्लेबाजी का सम्मिलित योगदान भारतीय क्रिकेट के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा।
श्रीयंका पाटिल का श्रद्धांजलि संदेश
विराट कोहली के संन्यास की घोषणा के बाद क्रिकेट जगत से उन्हें ढेर सारी श्रद्धांजलियां मिलीं। भारतीय महिला क्रिकेट और RCB की खिलाड़ी श्रीयंका पाटिल ने भी इंस्टाग्राम पर कोहली के प्रति अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त की। पाटिल ने कोहली के योगदान को सराहते हुए लिखा, “आपने भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है और हमें हमेशा प्रेरित किया है। आपकी मेहनत, समर्पण और अद्वितीय बल्लेबाजी शैली को मैं हमेशा याद रखूंगी।”
श्रीयंका पाटिल का यह संदेश न केवल कोहली के प्रति सम्मान को दर्शाता है, बल्कि यह भी दिखाता है कि किस प्रकार कोहली ने भारतीय क्रिकेट को प्रेरित किया है। पाटिल जैसी युवा खिलाड़ी के लिए कोहली का करियर एक आदर्श और मार्गदर्शन है।
कोहली का विरासत और भविष्य
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर न केवल अपने करियर का एक महत्वपूर्ण मोड़ लिया है, बल्कि वह भारतीय क्रिकेट के अगले युग में एक नई दिशा देने के लिए भी तैयार हैं। सीमित ओवरों के क्रिकेट में उनके योगदान की कोई कमी नहीं होगी, और आने वाले वर्षों में वह एक नई प्रेरणा बनकर उभरेंगे। कोहली का प्रभाव भारतीय क्रिकेट में हमेशा रहेगा, और उनकी उपलब्धियाँ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेंगी।