विराट कोहली ने कहा टेस्ट क्रिकेट को अलविदा, राहुल द्रविड़ से तुलना होना लाज़मी

भारतीय क्रिकेट के स्टार बल्लेबाज़ विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। यह फैसला पांच मैचों की इंग्लैंड के खिलाफ जून में होने वाली टेस्ट सीरीज़ से ठीक पहले आया है, जिससे क्रिकेट जगत में एक बार फिर हलचल मच गई है। कोहली का नाम भारत के महान टेस्ट बल्लेबाज़ों में लिया जाता है, और उनके इस फैसले ने फैंस को भावुक कर दिया है।
कोहली का टेस्ट करियर और आखिरी सीरीज़
विराट कोहली का आखिरी टेस्ट सीरीज़ 2024-25 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (Border-Gavaskar Trophy) थी, जो ऑस्ट्रेलिया की धरती पर खेली गई। इस सीरीज़ में कोहली का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा। उन्होंने पांच टेस्ट मैचों में कुल 190 रन बनाए, जिसमें एकमात्र शतक पर्थ में खेले गए पहले टेस्ट में आया था।
कोहली के टेस्ट करियर में कई यादगार पारियां शामिल हैं। उन्होंने 100 से ज़्यादा टेस्ट मैच खेलते हुए देश और दुनिया में अपनी तकनीक, फिटनेस और आत्मविश्वास से एक अलग मुकाम हासिल किया। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में उनका फॉर्म उतार-चढ़ाव भरा रहा।
द्रविड़ से तुलना फिर से चर्चा में
कोहली के संन्यास के बाद एक बार फिर राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) का नाम चर्चा में आ गया है। ‘द वॉल’ के नाम से मशहूर द्रविड़ ने टेस्ट क्रिकेट में जो स्थायित्व और भरोसा दिखाया था, वह भारतीय क्रिकेट के इतिहास में अमिट है।
राहुल द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर में 164 मुकाबले खेले और कुल 13288 रन बनाए। इसमें उनके नाम 36 शतक और 63 अर्धशतक दर्ज हैं। उनका स्ट्रेट बैट, डिफेंस और धैर्य की मिसाल आज भी युवाओं के लिए प्रेरणा है।
कोहली बनाम द्रविड़: आंकड़ों से आगे की बात
हालांकि कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को आधुनिक दौर में नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया, लेकिन द्रविड़ का योगदान क्लासिक टेस्ट क्रिकेट के मूल्यों की रक्षा करने जैसा था। कोहली ने जहां आक्रामक कप्तानी और फायरब्रांड बल्लेबाज़ी के दम पर फैंस का दिल जीता, वहीं द्रविड़ ने तकनीकी परिपक्वता और मानसिक मजबूती से टीम इंडिया को कई बार संकट से उबारा।
दोनों खिलाड़ियों की तुलना सिर्फ आंकड़ों से नहीं की जा सकती, क्योंकि उनके खेलने का अंदाज़, परिस्थितियां और समय अलग-अलग थे। लेकिन एक बात तय है—इन दोनों दिग्गजों ने भारतीय टेस्ट क्रिकेट को नई पहचान दी है।