Virat-Rohit के बिना कौन संभालेगा भारत का टॉप-4 इंग्लैंड सीरीज़ से पहले टीम इंडिया की सबसे बड़ी पहेली

भारतीय क्रिकेट में नंबर 4 की पहेली: क्या राहुल, गिल या कोई और बनेगा नया स्तंभ?
भारतीय क्रिकेट में नंबर 4 का स्थान हमेशा एक प्रतिष्ठित और रणनीतिक भूमिका रही है। दशकों तक इस स्थान को सचिन तेंदुलकर और फिर विराट कोहली ने मजबूती से संभाला। उनके रहते हुए कभी यह चर्चा नहीं हुई कि नंबर 4 पर कौन खेलेगा। लेकिन जैसे ही 2025 में विराट कोहली ने अचानक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा, एक बार फिर यह सवाल उठ खड़ा हुआ है: “अब नंबर 4 पर कौन?”
आने वाली इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ से पहले यह सवाल और भी गंभीर हो गया है। खासकर तब, जब रोहित शर्मा भी टीम से बाहर हैं। हालांकि भारत को पूरी तरह से नई शुरुआत नहीं करनी है, लेकिन सही बल्लेबाज़ को सही भूमिका देना अब पहले से कहीं ज़्यादा अहम हो गया है।
राहुल, गिल और जAISwal: टॉप ऑर्डर की नई त्रिमूर्ति
फिलहाल यह लगभग तय माना जा रहा है कि यशस्वी जAISwal, शुभमन गिल और केएल राहुल, भारतीय टॉप-4 में शामिल रहेंगे। जAISwal को बतौर ओपनर टीम में स्थान मिलना लगभग तय है। पिछले कुछ महीनों में उन्होंने जिस तरह का फॉर्म दिखाया है, उससे उनके स्थान पर कोई संदेह नहीं है।
वहीं शुभमन गिल और केएल राहुल – दोनों ही खिलाड़ी फ्लेक्सिबल हैं और किसी भी पोज़िशन पर खेलने की काबिलियत रखते हैं। लेकिन यहीं पर टीम मैनेजमेंट के सामने असली चुनौती खड़ी होती है। क्या गिल को नंबर 3 पर भेजा जाए और राहुल को नंबर 4 पर? या फिर इसके उलट किया जाए?
नंबर 4 की भूमिका: सिर्फ एक पोज़िशन नहीं, मानसिकता की परीक्षा
नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करना सिर्फ एक क्रम की बात नहीं है, यह बल्लेबाज़ की मानसिक दृढ़ता और स्थिति को पढ़ने की कला का भी इम्तिहान है। जब जल्दी विकेट गिरते हैं, तो नंबर 4 को पारी को संभालना होता है। और जब ओपनर्स अच्छा स्टार्ट दे देते हैं, तो यही बल्लेबाज़ पारी को तेज़ करना होता है। यही कारण है कि इस पोज़िशन पर वर्षों तक कोहली जैसे खिलाड़ी का होना भारत की सबसे बड़ी ताकत थी।
अब जब कोहली जा चुके हैं, तो सवाल उठता है कि क्या राहुल उस जिम्मेदारी को संभाल सकते हैं? केएल राहुल के पास अनुभव है, लेकिन क्या वह उतनी निरंतरता दिखा पाएंगे जितनी नंबर 4 पर चाहिए? वहीं गिल युवा हैं, लेकिन उनमें तकनीकी मजबूती और मैच की स्थिति के अनुसार खेलने की क्षमता है।
क्या सूर्यकुमार यादव को मिल सकती है नई भूमिका?
एक और नाम जो चर्चा में है, वह है सूर्यकुमार यादव। हालांकि उनका टेस्ट रिकॉर्ड उतना मजबूत नहीं है, लेकिन सीमित ओवरों में उन्होंने दिखाया है कि वह किसी भी नंबर पर खेल सकते हैं और स्थिति के अनुसार खुद को ढाल सकते हैं। अगर टीम आक्रामक रुख अपनाना चाहे, तो सूर्यकुमार नंबर 4 के लिए एक चौंकाने वाला लेकिन रोमांचक विकल्प हो सकते हैं।
टीम बैलेंस और इंग्लैंड की परिस्थितियां
इंग्लैंड में टेस्ट क्रिकेट खेलना हमेशा चुनौतीपूर्ण रहा है, खासकर टॉप ऑर्डर के लिए। स्विंग और सीम मूवमेंट का सामना करते हुए टिकना एक कठिन परीक्षा है। ऐसे में टॉप-4 की संरचना में अनुभव और तकनीकी दक्षता दोनों ही अहम होंगे। राहुल का इंग्लैंड में पिछला अनुभव टीम के काम आ सकता है, जबकि गिल को अब एक मुकम्मल टेस्ट बल्लेबाज़ की तरह खेलने की ज़िम्मेदारी दी जा सकती है।