इंग्लैंड में ‘युवा तूफ़ान’: India A की तेज़ गेंदबाज़ी ब्रिगेड और नए कप्तान अभिमन्यु ईश्वरन का मिशन

इंडिया A इस मई के अंत से शुरू होने वाले इंग्लैंड दौरे पर तीन मुकाबले खेलने जा रही है, जिनमें से एक मैच मेज़बान सीनियर इंग्लैंड टीम के ख़िलाफ़ होगा। बीसीसीआई ने हाल ही में पूरी 18‑सदस्यीय टीम घोषित कर दी है, और यूनाइटेड किंगडम के तेज़, हरी‑भरी पिचों पर इस बार बल्लेबाज़ों के साथ‑साथ पेस बैटरी सुर्ख़ियों में रहने वाली है। कप्तानी की बागडोर उत्तराखंड के भरोसेमंद ओपनर अभिमन्यु ईश्वरन के हाथों में है, जबकि युवा विकेटकीपर बल्लेबाज़ ध्रुव जुरेल को उप‑कप्तान की भूमिका मिली है।
बल्लेबाज़ी क्रम में अनुभव और आक्रमकता का मेल
टीम में शुबमन गिल* और साई सुदर्शन* दूसरे मैच से उपलब्ध होंगे, जिससे टॉप‑ऑर्डर की धार और बढ़ेगी। शुरुआती दो मुकाबलों में ईश्वरन के साथ यशस्वी जयसवाल और करुण नायर ओपनिंग व नंबर‑3 की अहम जिम्मेदारी संभालेंगे। रुतुराज गायकवाड़ व सरफराज खान मिडिल‑ऑर्डर को स्थिरता देंगे, वहीं नितीश कुमार रेड्डी अपनी आक्रामक बल्लेबाज़ी और कामचलाऊ मीडियम‑पेस विकल्प के रूप में संतुलन जोड़ेंगे। ध्रुव जुरेल तथा इशान किशन की दो विकेटकीपिंग‑विकल्प वाली व्यवस्था टीम को फ्लेक्सिबिलिटी देती है—कंडीशन्स के हिसाब से दोनों को एक साथ खिलाया भी जा सकता है।
तेज़ गेंदबाज़: इंग्लिश कंडिशन्स में घातक हथियार
इंडिया A की पेस यूनिट इस बार सबसे ज़्यादा चर्चा में है। मुकेश कुमार और अकाश दीप लगातार अच्छी लाइन‑लेंथ के लिए जाने जाते हैं, जबकि हर्षित राणा अपनी गति और बाउंस से बैटरों को चौंकाते हैं। खलील अहमद का बाएं हाथ से एंगल देना, ब्रिटिश परिस्थितियों में स्विंग का अतिरिक्त फायदा दिला सकता है। अनुभवी शार्दुल ठाकुर निचले क्रम में उपयोगी रन जोड़ने के अलावा पुराने गेंद से रिवर्स‑स्विंग और ‘गोल्डन‑आर्म’ विकेट‑टेकिंग विकल्प भी साबित होते रहे हैं। तुषार देशपांडे और अंशुल कंबोज टीम को गहराई देने के लिए तैयार खड़े हैं, जिससे कप्तान ईश्वरन के पास हर सिचुएशन के लिए उपयुक्त तेज़ गेंदबाज़ उपलब्ध रहेंगे।
स्पिन डिपार्टमेंट: विविधता के साथ ‘कंट्रोल’
गेंदबाज़ी आक्रमण में बाएं हाथ के रिस्ट‑स्पिनर मानव सुथार और ऑफ‑स्पिन ऑलराउंडर तनुष कोटियन शामिल हैं। इनके साथ धीमे गेंदबाज़ी विकल्प के रूप में बाएं हाथ के ऑर्थोडॉक्स स्पिनर हर्ष दुबे भी मौजूद हैं। इंग्लैंड में लाल गेंद से आम तौर पर स्पिनर को कम सहायता मिलती है, लेकिन चौथे‑पांचवे दिन की पिचों पर स्पिन‑जोड़ी मैच का रुख पलट सकती है।
हाई‑प्रोफाइल प्रैक्टिस मैच: सीनियर इंग्लैंड टीम से सीधा मुकाबला
तीन में से एक मैच इंग्लैंड की मुख्य टीम के खिलाफ तय है—यानी भारत के उभरते सितारे बेन स्टोक्स, जो रूट, ऑली पोप जैसे दिग्गजों के सामने अपनी स्किल का लिटमस टेस्ट देंगे। टीम‑मैनेजमेंट इस फेस‑ऑफ़ को आगामी WTC चक्र में संभावित चुनौतियों की रिहर्सल मान रहा है। वहीँ, भारत‑इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ से पहले खिलाड़ी इंग्लिश ड्यूक गेंद के स्विंग‑सीम मूवमेंट को करीब से समझेंगे।
नेतृत्व में नई ऊर्जा: अभिमन्यु ईश्वरन का बड़ा मौक़ा
ईश्वरन पहले भी इंडिया A के लिए बड़ी पारियां खेल चुके हैं, लेकिन कप्तानी करते हुए इंग्लैंड जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में टीम को लीड करना उनके करियर का सबसे बड़ा लर्निंग कर्व साबित हो सकता है। ध्रुव जुरेल को उप‑कप्तानी देकर चयनकर्ताओं ने भविष्य के लीडरशिप पूल को भी संकेत दिया है।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप दृष्टिकोण से अहम
बीसीसीआई की यह स्क्वॉड चयन स्पष्ट संकेत है कि बोर्ड पहले से ही 2025‑27 WTC साइकिल के लिए बेंच‑स्ट्रेंथ तैयार करने पर ध्यान दे रहा है। तेज़ गेंदबाज़ों की लंबी कतार और बैटरों की इंटीन्सिटी इंग्लिश कंडिशन्स में अडैप्ट होने की टीम‑इंडिया की रणनीति को मजबूत करती है।
India A की पूरी स्क्वॉड
अभिमन्यु ईश्वरन (कप्तान), यशस्वी जयसवाल, करुण नायर, ध्रुव जुरेल (उप‑कप्तान & wk), नितीश कुमार रेड्डी, शार्दुल ठाकुर, इशान किशन (wk), मानव सुथार, तनुष कोटियन, मुकेश कुमार, अकाश दीप, हर्षित राणा, अंशुल कंबोज, खलील अहमद, रुतुराज गायकवाड़, सरफराज खान, तुषार देशपांडे, हर्ष दुबे, शुबमन गिल* और साई सुदर्शन* (*दूसरे मैच से).